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समाजएशिया

बाढ़ और भूस्खलन से 40 लाख लोग विस्थापित

२० जुलाई २०२०

मॉनसूनी बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन से भारत, नेपाल और बांग्लादेश में लाखों लोग विस्थापित हो गए हैं. करीब 200 लोगों की बाढ़ से जुड़े हादसों में मौत हो गई है और कई लापता हैं.

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तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/A. Nath

भारी बारिश के बाद बाढ़ के कारण भारतीय राज्य असम और पड़ोसी मुल्क नेपाल में करीब 40 लाख लोग विस्थापित हो गए हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बाढ़ के कारण अब तक करीब 200 लोगों की मौत हो गई है और अब भी कई लापता हैं. कोरोना वायरस महामारी के बीच बाढ़ ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर अत्यधिक भार डाल दिया है. असम में बाढ़ की तस्वीर भयावह है. असम में बाढ़ से बदतर हुए हालात अब तक सुधर नहीं पाए हैं. असम के 33 में से 25 जिले बाढ़ प्रभावित हैं. राज्य की ब्रह्मपुत्र नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. अधिकारियों का कहना है कि ब्रह्मपुत्र नदी का जलस्तर बढ़ने से फसल बर्बाद हो चुकी है और भूस्खलन से विस्थापन हुआ है.

मई के आखिर से अब तक असम में बाढ़ से 79 लोगों की मौत हो चुकी है और 27 लाख से अधिक लाख लोग प्रभावित हुए हैं. असम के एक अधिकारी ने बताया कि रविवार, 19 जुलाई की रात को दो और लोगों की मौत हो गई. असम के जल संसाधन मंत्री केशब महांता ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से कहा, "बाढ़ की स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है, अधिकांश नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही है.”

इस साल असम दो चुनौतियों का सामना कर रहा है. बाढ़ के साथ-साथ कोरोना वायरस से भी राज्य को जूझना पड़ रहा है. करीब दो हफ्ते पहले बाढ़ की दूसरी लहर ने राज्य की कमर तोड़ दी. भारत में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ते हुए 11 लाख के करीब पहुंचने वाले हैं जबकि इस महामारी के चलते 26,816 लोगों की मौत देशभर में हो चुकी है.

असम ही नहीं राजधानी दिल्ली में एक दिन की भारी बारिश की वजह से कम से कम चार लोगों की मौत हो गई है. रविवार, 19 जुलाई को राजधानी दिल्ली में मूसलाधार बारिश से कई इलाकों में जलभराव हो गया और कमर से अधिक पानी भर गया. कुछ घंटों की बारिश के कारण कई इलाकों में जलजमाव तो वहीं तेज बारिश के बाद नालों में भारी उफान के बाद तीन मकान ढह गए. रविवार को दिल्ली में चार अलग-अलग घटनाओं में आठ साल के बच्चे समेत चार लोगों की मौत हो गई. दिल्ली के दिल कहे जाने वाले कनॉट प्लेस इलाके में भी पानी घुटनों तक भर गया.

नेपाल में बाढ़ से आफत

पड़ोसी मुल्क नेपाल में सरकार ने लोगों से भारी बारिश को लेकर सतर्क रहने को कहा है. सरकार ने देश के दक्षिण के मैदानी इलाकों में रहने वाले लोगों से आने वाले दिनों में बारिश को लेकर चेतावनी जारी की है. नेपाल के अधिकारियों का कहना है कि जून से लेकर अब तक बाढ़ और भूस्खलन की वजह से 100 लोगों की मौत हो चुकी है. भूस्खलन के कारण कई घर ढह गए, सड़कें टूट गईं और पुलों को नुकसान हुआ है. नेपाल के गृह मंत्रालय के अधिकारी मुरारी वास्ती के मुताबिक मृतकों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि अब भी 48 लोग लापता है. वास्ती ने रॉयटर्स को बताया, "अलग-अलग जगहों पर तलाशी और बचाव दल लोगों को ढूंढ रहे हैं लेकिन उनका जिंदा मिल पाना बहुत मुश्किल है.”

दूसरी ओर बांग्लादेश में उफनती नदियों के कारण 26 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. बांग्लादेश में पिछले दो हफ्ते में 67 लोगों की बाढ़ से जुड़े हादसों में मौत हो गई है. बांग्लादेश में अधिकारियों ने लोगों से नदियों के बढ़ते जलस्तर को लेकर चेतावनी जारी की है.

दक्षिण एशिया में हर साल मॉनसून के दौरान बाढ़ और भूस्खलन के कारण सैकड़ों लोगों की मौत हो जाती है. यही नहीं फसलों को भी बाढ़ का पानी बर्बाद कर जाता है.

एए/सीके (रॉयटर्स, एएफपी)

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