मनोज बाजपेयी ने गोविंद निहलानी की फिल्म 'द्रोहकाल' से अपना करियर शुरू किया. उनका कहना है कि वह सिर्फ ऐसा काम करना चाहते थे कि पीछे मुड़कर देखें तो निराश ना हों. डीडब्ल्यू हिंदी ने उनसे बर्लिन फिल्म फेस्टिवल 2014 के दौरान मुलाकात की जहां उनकी फिल्म एक श्रेणी में प्रतियोगी बनी.