शाहरुख ने बताया, कैसे चुनें करियर
२७ दिसम्बर २०१६किंग खान ने कहा कि बाद में पछताने से अच्छा है, चुनाव के वक्त ही दिल की सुन ली जाए और वही काम किया जाए जो वे दिल से करना चाहते हैं.
हैदराबाद में शाहरुख खान ने छात्रों से कहा, "जब आप मेरी उम्र में या अपने पिता या टीचर की उम्र के हो जाएंगे तो आपके मन में एक पछतावा होगा कि मैंने तब फलां काम क्यों नहीं किया. इसलिए मैं हर लड़के और लड़की से कहना चाहता हूं कि वही करें, जो आपका दिल कहता है."
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शाहरुख खान हैदराबाद की मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी के छात्रों से बात कर रहे थे. यूनिवर्सिटी ने उन्हें मानद डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया है. इस समारोह में शाहरुख ने अपने दिवंगत पिता को याद किया. उन्होंने कहा कि उनके पिता बहुत अमीर नहीं थे लेकिन जिंदगी के बारे में बहुत कुछ सिखा कर गए. शाहरुख खान ने बताया, "मेरे पिता हनुमान मंदिर के पुजारी के साथ शतरंज खेला करते थे. उन्होंने मुझे सिखाया कि दूसरों को साथ लेकर काम कैसे करते हैं. और यह भी बताया कि कई बार जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए पीछे हटना पड़ता है."
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51 वर्षीय एक्टर ने छात्रों से कहा कि कोई छोटा-बड़ा नहीं होता, सबका सम्मान करना चाहिए. उन्होंने कहा, "मेरे पिता ने मुझे एक टाइपराइटर दिया था. उन्होंने कहा कि मेहनत से टाइपिंग सीखना. और जब मैं टाइपिंग सीखने लगा तो मुझे अहसास हुआ कि प्रैक्टिस कैसे आपको परफेक्ट बनाती है. और यह सीख है. जिंदगी में जो भी करो, पूरी मेहनत से करो. इस तरह करो कि यह आपके लिए आखरी मौका है." अपने पिता के बारे में बात करते हुए शाहरुख ने कहा कि मैंने उनसे सीखा है, बच्चों जैसी मासूमियत और हंसने की ताकत बनाए रखना कितना जरूरी होता है. उन्होंने कहा, "अगर आप जिंदगी के मजे ले सकते हैं तो यह बेहतर हो जाती है."
शाहरुख ने कहा कि मैं तो एक बहुत खराब शायर हूं फिर भी मैं कुछ न कुछ लिखता रहता हूं और जब लिखता हूं तो मुझे बहुत सुकून मिलता है.
वीके/एके (पीटीआई)