महाराष्ट्र में पिछले 10 सालों में हुए ये नक्सली हमले
महाराष्ट्र का गढ़चिरौली जिला और इसके आसपास का क्षेत्र कई दशकों से नक्सलियों की गतिविधि का केंद्र रहा है. बीते 10 सालों में नक्सलियों ने सुरक्षा बलों और नागरिकों पर कई बार हमले किए हैं.
01 मई 2019
महाराष्ट्र दिवस के मौके पर नक्सलियों ने प्रतिष्ठित सी-60 बल के वाहन को आईईडी विस्फोट कर उड़ा दिया. घटना के वक्त जवान कुरखेड़ा उप जिले में थे. इससे पहले बुधवार को ही दादरपुर गांव में नक्सलियों ने दर्जनों भारी वाहनों को जला दिया था.
27 मार्च 2012
धनोरा उप जिला क्षेत्र में बारूदी सुरंग विस्फोट में सीआरपीएफ के कॉम्बेट टीम के 12 कमांडो मारे गए और 28 घायल हुए.
20 अगस्त 2011
मकदछुआ गांव में सीआरपीएफ और नक्सलियों के हमले में कोबरा बटालियन के दो जवानों समेत तीन सुरक्षाकर्मी मारे गए.
19 मई 2011
दो अलग-अलग घटनाओं में नक्सलियों ने बेजुरफटा और नारगोंडा में पुलिस गश्ती दल पर हमला कर चार पुलिसकर्मियों को मार दिया.
05 मई 2011
नक्सलियों ने गढ़चिरौली जंगल के पास धनोरा में बारातियों पर बारूदी सुरंग विस्फोट किया, जिसमें छह लोग मारे गए.
08 अक्टूबर 2010
नक्सलियों ने सवानगांव में एक स्कूल पर हथगोला फेंका, जिसमें 15 की मौत हो गई. इनमें अधिकतर नाबालिक छात्र शामिल थे.
04 अक्टूबर 2010
नक्सलियों ने अहेरी उप जिला के पिरीमिली गांव के करीब एक बारूदी सुरंग विस्फोट किया, जिसमें चार पुलिसकर्मी मारे गए.
08 अक्टूबर 2009
भामरगड़ उप जिले के लाहेरी में नक्सलियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ में 17 पुलिसकर्मी मारे गए.
21 मई 2009
छापामार तरीके के हमले में नक्सलियों ने धनोरा के मुरुम गांव में एक पुलिस समूह पर हमला किया, जिसमें पांच महिलाओं समेत 16 पुलिसकर्मी मारे गए.
01 फरवरी 2009
नक्सलियों ने धनोरा उप जिला में मोरके गांव के पास घात लगाकर पुलिस गश्ती दल पर हमला किया, जिसमें 15 जवान मारे गए.