गर्मी भगाने की तरकीबेंः कोहनी चाटें, मिर्च खाएं
एशिया हो या यूरोप, गर्मी का कहर हर कहीं बरस रहा है. भारत में भी हीटवेव ने नए रिकॉर्ड बनाए हैं. तो जानिए, क्या है जो गर्मी से राहत दिला सकता है.
कलाई को चाटिए
सुनने में भले ही यह कुछ अजीब सा लगता हो लेकिन इसके पीछे कुछ तर्क हैं. बंदर और कंगारू भी ऐसा करते हैं. हमारी कलाइयों में नब्ज होती हैं. जब उन्हें चाटा जाता है तो लार पसीने जैसा काम करती है और त्वचा ठंडी हो जाती है. इसका विकल्प कलाइयों को पानी में डुबोना या ठंडे पानी की बोतल से उन्हें स्पर्श कराना भी हो सकता है.
मसालेदार खाना खाइए
कभी सोचा है आपने कि गर्म देशों में इतना स्पाइसी खाना क्यों खाया जाता है? मिर्च में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं, जिससे खाना ज्यादा देर तक सुरक्षित रहता है. लेकिन, एक वजह यह भी है कि मिर्च में कैप्सेसन नामक रसायन होता है जो दिमाग को यह अहसास दिलाता है कि आपके शरीर का तापमान बढ़ रहा है. उससे दिमाग पसीने वाली ग्रंथियों को सक्रिय कर देता है और शरीर का तापमान कम हो जाता है.
ठंडे खाने से संतुलन
चीनी पारंपरिक दवा पद्धति में गर्म और ठंडी तासीर के खाने को एक संतुलन के साथ खाने की सलाह दी गई है. तरबूज, खीरा और ग्रीन टी जैसी चीजें यही काम करती है. आयुर्वेद में भी नारियल का पानी पीने की सलाह इसीलिए दी जाती है.
नींबू का कमाल
भारत में नींबू पानी हो या मध्य पूर्व में लिमोनाना. मलेशिया में लिमाऊ असम बोए हो या जर्मनी में सितरोनजाफ्ट, हर जगह माना जाता है कि प्यास बुझाने में नींबू का कोई मुकाबला नहीं है.
बीयर और कॉफी कम करें
बीयर या कोई भी अल्कोहल शरीर को डिहाईड्रेट करता है जो गर्मी में बिल्कुल अच्छा नहीं है. यही बात कॉफी के लिए भी कही जाती है.
काले कपड़े बुरे नहीं
1980 में नेचर पत्रिका में एक शोध छपा था. शोधकर्ताओं ने बीच रेगिस्तान में अलग-अलग रंग के कपड़ों पर शोध किया ताकि पता लग सके कि रंग का गर्मी पर कितना असर होता है. पाया गया कि हल्के रंगों के कपड़े धूप को परावर्तित करते हैं. लेकिन, काले कपड़े शरीर की गर्मी को सोखते हैं और इस तरह शरीर को ठंडा रखने में मददगार होते हैं. तो रंग से ज्यादा जरूरी है कि कपड़े खुले-डुले हों ताकि हवा का आना जाना होता रहे.