कोरोना के बीच ओलंपिक क्यों, जापान में विरोध
पूरी दुनिया में इस वक्त कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है, इस बीच टोक्यो ओलंपिक को लेकर जापान में विरोध हो रहा है. वहां के लोगों का कहना है कि महामारी में खेलों का आयोजन नहीं होना चाहिए.
ओलंपिक के खिलाफ सड़कों पर लोग
कोरोना वायरस महामारी के बीच टोक्यो में होने वाले ओलंपिक का जापान के लोग ही विरोध कर रहे हैं. जापान में 10 मई को आए ओपनियन पोल के नतीजे कहते हैं कि 60 फीसदी लोग ओलंपिक का आयोजन नहीं चाहते हैं. ओलंपिक को शुरू होने में तीन महीने से कम समय बचा है.
महामारी की मार
टोक्यो में इमरजेंसी मई के आखिर तक बढ़ा दी गई है. जापान में अन्य देशों के मुकाबले कोरोना से 10 हजार से थोड़ी ज्यादा मौतें हुई हैं लेकिन हाल के सप्ताहों में संक्रमण के मामले बढ़े हैं और देश संक्रमण को रोक पाने में सफलता हासिल नहीं की. अमीर देशों में जापान की वैक्सीनेशन की दर सबसे कम है.
प्रधानमंत्री को भरोसा सुरक्षित होंगे खेल
जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा और टोक्यो ओलंपिक समिति लोगों को भरोसा दिला रही है कि खेलों का आयोजन सुरक्षित तरीकों से होगा. टोक्यो ओलंपिक रद्द करने की एक याचिका पर अब तक तीन लाख लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं.
ओसाका ने भी की चर्चा की मांग
जापान की टेनिस खिलाड़ी नाओमी ओसाका ने कहा है कि वे बतौर एक खिलाड़ी चाहती हैं कि खेलों का आयोजन हो लेकिन अगर लोग कोरोना वायरस के कारण इसके लिए सहज नहीं है तो इस पर चर्चा की जानी चाहिए.
महंगे खेल
टोक्यो ओंलपिक को आयोजित करने का आधिकारिक खर्च 15.4 अरब डॉलर है लेकिन सरकार के कई ऑडिट दिखा चुके हैं कि असली खर्च इससे दो गुना ज्यादा हो सकता है.