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इटली पुलिस ने माफिया नेटवर्क पकड़ा

१६ मई २०१७

शरणार्थियों को सताने वाले माफिया नेटवर्क की जांच करते करते इटली की पुलिस चर्च तक पहुंची. जांच में पता चला कि फर्जीवाड़े में चर्च के पुजारी भी शामिल हैं.

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The everyday reality of refugees around the world
तस्वीर: Denis Bosnic

शरण की आस में किसी तरह इटली तक पहुंचे लोगों को इटली में शरणार्थी शिविरों में रखा गया. इसके बाद आधिकारिक रूप से शरण लेने की प्रक्रिया शुरू होती है. इस दौरान उनकी मदद करने के लिए सरकार अलग अलग संगठनों को वित्तीय मदद देती है. इसोला डी कापो रिजुटी द्वीप के माफिया की नजर इस रकम पर पड़ गई.

काटानजारो की पुलिस के मुताबिक, "रात भर में 500 से ज्यादा एजेंटों ने 68 लोगों को गिरफ्तार किया. इन पर माफिया से संबंध, वसूली, अवैध हथियार रखने, धोखाधड़ी और गबन कर देश को नुकसान पहुंचाने के करने के आरोप हैं." जांच में पता चला कि यह सब पैसा कमाने के लिए किया जा रहा था. पुलिस ने कैथोलिक मिसेरिकोर्डिया एसोसिएशन के प्रमुख को भी गिरफ्तार किया है. बड़े नेताओं से कनेक्शन रखने वाला यह शख्स माफिया रैकेट में अहम भूमिका निभाता रहा. पुलिस ने स्थानीय चर्च के पुजारी को भी हिरासत में लिया है.

इसोला डी कापो रिजुटी द्वीप के शरणार्थी शिविर में हर वक्त 1,500 से ज्यादा शरणार्थी रहते हैं. उनके लिए तरह तरह के सामाजिक कार्यक्रम चलाने के लिए सरकार ने बीते दस साल में 10 करोड़ यूरो की रकम खर्च की. लेकिन जांच में पता चला है कि इस रकम में से 3.2 करोड़ यूरो माफिया डकार गए. अकेले पुजारी ने ही एक साल की "आध्यात्मिक सेवाओं" के बदले 1,32,000 यूरो कमाए.

मामले की जांच एल एसप्रेसो पत्रिका की रिपोर्ट के बाद शुरू हुई. रिपोर्ट के मुताबिक कैंप में रहने वाले शरणार्थी भुखमरी का सामना कर रहे हैं और उनके कल्याण के लिए जिम्मेदार मैनेजर अपनी जेबें भर रहे हैं. 2013 में भी ऐसी ही एक रिपोर्ट आई थी. तब एक मेडिकल जांच के दौरान पता चला कि शरणार्थियों को बहुत ही कम और बासी खाना दिया जाता है.

ओएसजे/एमजे (एएफपी)