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समाज

गजा पट्टी में इस्राएली हमलों में 24 की मौत

११ मई २०२१

येरुशलम को लेकर कई दिन से जारी झड़पें सोमवार को अचानक हवाई हमलों में बदल गईं और आधिकारियों के मुताबिक लगभग 24 लोगों की मौत हो गई.

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तस्वीर: Mahmoud Illean/AP Photo/picture alliance

कई दिनों से जारी तनाव के बीच इस्राएली अधिकारियों का कहना है कि फलस्तीनी उग्रवादी संगठनों ने इस्राएल की तरफ रॉकेट दागे जिसके जवाब में किए गए इस्राएली हमलों से गजा पट्टी में नौ बच्चों समेत कम से कम 24 लोगों की जान चली गई. इस्राएली सेना ने बताया कि हथियार बंद समूहों के खिलाफ गजा में सैन्य ठिकानों पर कार्रवाई की गई है. प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू ने कहा कि येरुशलम इलाके पर हमला करके उग्रवादियों ने "लाल रेखा” पार कर दी है. ऐसा 2014 के बाद पहली बार हुआ है कि येरुशलम के पास रॉकेट दागे गए हों.

इस्राएली सेना देर रात तक रॉकेट लॉन्चर दागती रही और हवाई हमले होते रहे. फलस्तीनी अधिकारियों की ओर से गजा पट्टी के पास तटीय इलाकों में जोरदार धमाकों की जानकारी दी गई है. उधर इस्राएली सेना का दावा है कि मध्य रात्रि के पहले फलस्तीनी उग्रवादियों ने 150 से ज्यादा रॉकेट दागे जिन्हें इस्राएल के मिसालइ डिफेंस सिस्टम ने पकड़ लिया.

मौजूदा तनाव की वजह 

येरुशलम में पिछले कई दिन से तनाव बना हुआ है. इस पवित्र शहर के बीचोबीच स्थित अल अक्सा मस्जिद के पास दो पक्षों में भारी हिंसक झड़पें हो रही हैं और दर्जनों लोग घायल हुए हैं. ये झगड़े इस्राएली अधिकारियों द्वारा शेख जारा इलाके में रह रहे फलस्तीनियों को हटाने की कार्रवाई के बाद शुरू हुए हैं.

रविवार को अल अक्सा मस्जिद के पास रमजान की सबसे पवित्र मानी जाने वाली रातों में से एक के दौरान इस्राएली पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच हिंसक झड़पें हुईं. इसके बाद देश के न्याय मंत्रालय ने लोगों को शेख जारा इलाके से हटाने के लिए हो रही सुनवाई रद्द कर दी. येरुशलम पर इस्राएल के कब्जे का जश्न मनाने के लिए आयोजित एक राष्ट्रवादी ध्वज-मार्च भी रद्द कर दिया गया क्योंकि आयोजकों को फलस्तीनी इलाकों से न गुजरने को कहा गया था.

इसी दौरान गजा से येरुशलम के इलाकों पर रॉकेट हमले किए गए. इनके जवाब में प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा, "गजा के आतंकी संगठनों ने लाल रेखा पार कर दी है. येरुशलम के बाहरी इलाकों में हम पर मिसाइलों से हमला किया है.” हमास के रॉकेट हमले शुरू होने के बाद पश्चिमी दीवार के पास रह रहे यहूदी परिवारों को हटा लिया गया.

Gazastreifen Raketenbeschuß auf Israel
यरूशलम के पास रॉकेट दागे जिसके जवाब में किए गए इस्राएली हमलों में नौ बच्चों समेत कम से कम 20 लोगों की जान चली गई.तस्वीर: Khalil Hamra/AP Photo/picture alliance

‘उकसाया गया है'

फलस्तीनी नेता और कानूनविद डॉ. हनान अशर्वी ने डॉयचे वेले को बताया कि इस्राएल जानबूझ कर फलस्तीनियों को उकसा रहा है. उन्होंने कहा, "इस्राएल ने पवित्र स्थल को निशाना बनाया है. इबादत करने वालों को निशाना बनाया है. उन्हें बताया गया था कि इस्राएल आग से खेल रहा है. और इसके बाद भी वे जारी रहे और बात को बढ़ाते रहे.”

डॉ. अशर्वी ने कहा कि इस्राएल येरुशलम में डेमोग्रैफिक इंजीनियरिंग या नस्ली सफाई कर रहा है. उन्होंने कहा, "वे फलस्तीन में घरों पर कब्जा कर रहे हैं. वे फलस्तीनियों को उनके ही घरों से निकाल रहे हैं. वे फलस्तीनी घरों को गिरा रहे हैं. तो मामला बस लोगों को जगह से हटाना और मुआवजा देना नहीं है. मामला ये है कि वे फलस्तीनियों से छुटकारा पाना चाहते हैं और फलस्तीनियों के शहर का सफाया करना चाहते हैं. वे देखना चाहते हैं कि वे येरुशलम पर कब्जा करने की अपनी कोशिश में किस हद तक जा सकते हैं, उसका किरदार बदल सकते हैं और येरुशलम पर अवैध संप्रभुता स्थापित कर सकते हैं.”

दुनियाभर से प्रतिक्रिया

दोनों पक्षों के बीच बढ़ते मौजूदा तनाव को लेकर दुनियाभर के नेताओं ने प्रतिक्रिया की है. जर्मनी के विदेश मंत्री हाइको मास ने इलाके में हिंसा की निंदा की है. उन्होंने कहा कि इस्राएली और फलस्तीनी दोनों तरफ के अधिकारियों का फर्ज है कि और आम लोगों की जानें ना जाएं.

यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख योसेप बोरेल के एक प्रवक्ता ने कहा, "बढ़ती हिंसा एकदम रुकनी चाहिए.”

अमेरिकी विदेशी मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने कहा है कि गजा से इस्राएल के खिलाफ रॉकेट हमले फौरन बंद होने चाहिए. उन्होंने दोनों पक्षों से तनाव कम करने के लिए कदम उठाने की अपील की. हालांकि अमेरिका संयुक्त राष्ट्र के उस बयान का समर्थन करने में झिझक रहा है जिसमें इस्राएल से शेख जारा इलाके से लोगों को हटाना बंद करने पर विचार को कहा गया है.

वीके/एए (रॉयटर्स, एएफपी, एपी, डीपीए)