घर में सिनेमा दिखाने वाला
इराक में 2011 में पहला सिनेमाघर खुला था, युद्ध के बाद. अब भी सिनेमा सबकी पहुंच में नहीं है. ऐसे में मोहम्मद दाखिल श्याद जरूरी हो जाते हैं, जिनके घर में सिनेमा है.
फिल्में दिखाने वाला
यह हैं मोहम्मद दाखिल श्याद. लोगों को फिल्में दिखाते हैं.
मुफ्त सिनेमा
इराक की राजधानी बगदाद में श्याद अपने घर में लोगों को मुफ्त में फिल्में दिखाते हैं.
फिल्मों से प्यार है
मोम्हमद दाखिल श्याद एक सिनेफाइल हैं यानी उन्हें सिनेमा से प्रेम है. और यही प्यार वह दूसरों में बांटते हैं.
घर में ही सिनेमा
55 साल के श्याद ने घर में ही यह छोटा सा सिनेमा बना रखा है जहां कोई भी आकर फिल्म देख सकता है.
खजाना है श्याद के पास
उनके पास इराकी और दुनिया की कई अन्य भाषाओं की फिल्मों का बड़ा जखीरा है.
खुद भी फिल्मकार
श्याद एक इराकी फिल्मकार भी हैं और फिल्में सिर्फ दिखाते नहीं, बनाते भी हैं.
मुश्किल में था सिनेमा
कुवैत यु्द्ध के बाद इराक में फिल्म बनाने पर पाबंदी लगा दी गई थी. तो लोगों का सिनेमा देखना भी बंद हो गया.
लौट रही है हलचल
अब इराकी सिनेमा फिर से अपने पांवों पर खड़ा हो रहा है. 2011 में युद्ध के बाद देश में पहला सिनेमाघर खुला था.
जरूरी है श्याद का घर
बगदाद में कुछ सिनेमाघर हैं जहां फिल्में दिखाई जाती हैं लेकिन उन तक सब लोगों की पहुंच नहीं है. इसलिए श्याद का यह घरेलू सिनेमाघर अहम हो जाता है.