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समाज

ईरान में जनता पानी और बिजली की किल्लत से बेहाल

२७ जुलाई २०२१

प्रदर्शनकारियों ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातोल्लाह अली खमेनेई के खिलाफ भी नारेबाजी की. अधिकारियों के अनुसार "गंभीर सूखा" जनता में आक्रोश पैदा कर रहा है.

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तस्वीर: Iran-Emruz

ईरान में जल संकट के बाद अब लोग बिजली की किल्लत के विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं. प्रदर्शनकारियों ने खमेनेई के खिलाफ नारे भी लगाए. पिछले दस दिनों में विरोध प्रदर्शनों में कई लोग मारे जा चुके हैं.

प्रदर्शनकारियों ने तेहरान की सड़कों पर प्रदर्शन किया जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी देखा जा सकता है. अधिकारियों का कहना है कि असंतोष का स्रोत "अत्यधिक सूखा" है. प्रदर्शनों के दौरान पिछले दिनों कम से कम पांच लोगों की मौत हो चुकी है.

ईरान के खुजेस्तान प्रांत में पानी की किल्लत को लेकर पिछले हफ्ते शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन राजधानी तेहरान तक पहुंच गया है. सोमवार को प्रदर्शनकारियों ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातोल्लाह अली खमेनेई के खिलाफ भी नारेबाजी की. सोशल मीडिया पर विरोध प्रदर्शनों के वीडियो में प्रदर्शनकारियों को "तानाशाह मुर्दाबाद!" के नारे लगाते हुए दिखाया गया है. सर्वोच्च नेता के खिलाफ इस तरह की नारेबाजी गिरफ्तारी और सजा का कारण बन सकती है.

इस साल बारिश में 50 प्रतिशत की गिरावट के कारण ईरान बहुत कम बिजली पैदा कर पाया है और अमेरिकी प्रतिबंधों ने इस्लामिक गणराज्य की समस्याओं को और बढ़ा दिया है.

अधिकारियों का कहना है कि विरोध प्रदर्शनों में पांच लोग मारे गए हैं, लेकिन एमनेस्टी इंटरनेशनल का कहना है कि कम से कम आठ लोग मारे गए हैं, जिनमें नागरिक और पुलिस दोनों शामिल हैं.

तेहरान में भी प्रदर्शन

सोमवार को मध्य तेहरान में जम्हूरी इस्लामिक एवेन्यू पर प्रदर्शनकारियों ने मार्च निकाला. हालांकि विरोध शांतिपूर्ण था, कुछ प्रदर्शनकारियों ने "तानाशाह मुर्दाबाद" के नारे लगाए. ईरान की समाचार एजेंसी IRNA ने कहा कि प्रदर्शनकारियों की संख्या बहुत सीमित थी "लगभग पचास लोग थे."

प्रदर्शनकारियों ने ईरान की विदेश नीति के खिलाफ नारे भी लगाए. एक वीडियो में उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है, "गजा या लेबनान के लिए नहीं, मैंने ईरान के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया है."

लोग गुस्से में क्यों हैं?

दक्षिण-पश्चिमी प्रांत खुजेस्तान में पानी की कमी के कारण सरकार विरोधी प्रदर्शनों की एक श्रृंखला शुरू हुई. अधिकारियों का कहना है कि "गंभीर सूखे" से बांधों में पानी की कमी हो गई है, जिससे बिजली उत्पादन ठप्प हो गया है. ब्लैकआउट ने तेहरान और अन्य प्रमुख ईरानी शहरों को भी प्रभावित किया है, वहीं दूसरी ओर बिजली की मांग तो बढ़ी है लेकिन मांग को पूरा करना मुश्किल हो गया है.

ईरान के सर्वोच्च नेता ने शुक्रवार को एक धार्मिक संदेश में कहा कि खुजेस्तान में पानी की कमी का विरोध कर रहे ईरानी निर्दोष हैं. उन्होंने अधिकारियों को पानी की समस्या का जल्द से जल्द समाधान करने का निर्देश दिया. खमेनेई ने कहा, "लोगों ने अपना गुस्सा, अपनी नाराजगी व्यक्त की है, लेकिन हम उन्हें किसी भी तरह से दोष नहीं दे सकते. इन मुद्दों को जल्द ही हल किया जाना चाहिए."

ईरान पहले से ही अमेरिकी प्रतिबंधों से परेशान है. कोरोना वायरस महामारी के बाद बिजली और पानी के संकट ने ईरानी अधिकारियों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं.

एए/वीके (एएफपी, एपी)

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