ढाई महीने बाद खुले मंदिर, मस्जिद और मॉल
भारत में करीब ढाई महीने की तालाबंदी के बाद धार्मिक स्थल, मॉल और रेस्तरां खुल तो गए हैं लेकिन लोग बाहर जाने से झिझक रहे हैं. देश में भले ही अनलॉक-1 लागू हो गया हो लेकिन कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं.
अर्थव्यवस्था पर जोर
अनलॉक-1 के दौरान बाजारों में पहले के मुकाबले थोड़ी रौनक तो जरूर नजर आई लेकिन ग्राहकों की कमी दिखी. लोग जरूरी सामान खरीदने के लिए ही बाहर निकले. थोक दुकानों में भी वैसी भीड़ नहीं दिखी. कुछ मजदूर माथे पर सामान लादकर पहले की तरह काम करते दिखे.
धार्मिक स्थल खुले
देश के 25 राज्यों में करीब ढाई महीने बाद मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा समेत अन्य धर्मस्थल खुल गए. धार्मिक स्थलों में लोग सामाजिक दूरी का पालन करते दिखे.
परिवहन सेवा
केंद्र सरकार की तरफ से जारी अनलॉक-1 के दिशानिर्देशों के तहत पूरे देश में मॉल, धार्मिक स्थल, रेस्तरां को खोलने की अनुमति मिल गई है. कई दिनों बाद लोग घरों से बाहर जरूरी काम करने के लिए निकले. हालांकि सैनेटाइजिशेन का पूरा ध्यान रखा जा रहा है.
बस में भीड़ कम
कोविड-19 के कारण लोगों का जीने का तौर तरीका बदल गया है. पहले बसों में भीड़ दिखती थी लेकिन अब वह थोड़ी खाली है और यात्री मास्क लगाकर यात्रा कर रहे हैं.
बहुत जरूरी काम
अनलॉक-1 के पहले दिन लोग बहुत जरूरी काम के लिए ही बाहर निकले. जिन्हें दफ्तर जाना था या फिर किसी और काम के लिए बाहर जाना था उन्होंने बाहर जाने का फैसला किया. स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशानिर्देशों के मुताबिक 10 साल से छोटे बच्चों और 65 साल से अधिक उम्र के लोगों को घर पर ही रहने को कहा गया है.
सोशल डिस्टेंसिंग नहीं
अनलॉक-1 के पहले दिन ही कुछ जगहों पर लोग सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते नहीं दिखे. कुछ लोग तो बिना मास्क के भी बाहर निकल गए. लोगों के बीच दूरी भी ना के बराबर दिखी.
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