भारतः 2019 की इन घटनाओं ने बटोरी सुर्खियां
साल 2019 में भारत में कई ऐसी घटनाएं हुईं जिनके दूरगामी परिणाम भी देखने को मिल सकते हैं. एक साल के भीतर राजनीति से लेकर कोर्ट और खेल से लेकर विज्ञान जगत की कौन सी अहम घटनाएं सुर्खियां बनीं, जानिए.
पुलवामा हमला
14 फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने घात लगाकर सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया. अचानक हुए इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों की मौत हो गई थी. इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी इस हमले की निंदा की थी.
बालाकोट एयरस्ट्राइक
26 फरवरी 2019 को तड़के भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक करने का दावा किया. इस हमले में कई आतंकी ठिकाने तबाह हुए और कई आतंकी भी मारे गए. भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान के भीतर आतंकी कैंपों पर बम बरसाए थे. हालांकि पाकिस्तान ने अपनी सीमा में भारतीय विमानों के आने की बात तो मानी लेकिन भारत के अन्य दावों को खारिज किया.
मिशन शक्ति
मिशन शक्ति के तहत भारत ने एंटी सैटेलाइट मिसाइल का परीक्षण किया था. भारतीय मिसाइल ने प्रक्षेपण के तीन मिनट के भीतर ही लो अर्थ ऑर्बिट में एक सैटेलाइट को मार गिराया था. इस परीक्षण के साथ ही अंतरिक्ष में मार करने की क्षमता हासिल करने वाले देशों की सूची में भारत भी शामिल हो गया था.
मोदी सरकार 2.0
17वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 303 सीटों के साथ दोबारा सरकार बनाई. जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद नरेंद्र मोदी लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने वाले तीसरे प्रधानमंत्री बने.
तीन तलाक पर कानून
लोकसभा और राज्यसभा से तीन तलाक का बिल पास हो गया और राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद तीन तलाक पर कानून बन गया. अब देश में तीन तलाक देना कानून जुर्म है. तीन तलाक देने पर कानून के मुताबिक सजा के साथ जुर्माने का भी प्रावधान है.
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटा
5 अगस्त 2019 को मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया. इसी के साथ सरकार ने 31 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर को दो केंद्रीय शासित प्रदेशों में बांटने का फैसला किया. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो नए केंद्र शासित प्रदेश बन गए.
राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद पर फैसला
दशकों पुराने राम मंदिर-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद पर देश की सर्वोच्च अदालत ने 9 नवंबर को फैसला सुनाया. पांच जजों की बेंच ने लगातार 40 दिन तक चली सुनवाई के बाद विवादित जमीन पर राम मंदिर निर्माण का फैसला दिया और मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में ही 5 एकड़ जमीन मस्जिद बनाने के लिए देने का आदेश दिया.
संशोधित नागरिकता कानून
लोकसभा और राज्यसभा से संशोधित नागरिकता विधेयक तीखी बहस के बाद पारित हो गया और 12 दिसंबर को राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के साथ ही इसने कानून का स्वरूप ले लिया. इसमें अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई धर्मों के प्रवासियों के लिए नागरिकता के नियम को आसान बनाया गया है. लेकिन इसके खिलाफ देश भर में प्रदर्शन हो रहे हैं.
कठोर मौसम
भारत ने साल 2019 में बेमौसम बारिश, गर्मी की लंबी अवधि और अधिक सर्दी का भी अनुभव किया. इसी के साथ ही बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में एक साथ चक्रवात थे जो एक दुर्लभ मौसम घटनाक्रम है.
चिदंबरम की गिरफ्तारी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम की गिरफ्तारी से पार्टी को बड़ा झटका लगा. चिदंबरम की गिरफ्तारी आईएनएक्स मीडिया केस में हुई थी, वह करीब 100 दिनों तक जेल में बंद रहे और कोर्ट से जमानत के मिलने के बाद तिहाड़ जेल से बाहर आ पाए.
चंद्रयान 2
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान 2 को लॉन्च किया था. इसरो का लक्ष्य चांद के दक्षिणी ध्रुव पर विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग कराना था, अगर ऐसा होता तो भारत ऐसा करने वाला पहला देश बन जाता. विक्रम लैंडर की हार्ड लैंडिंग की वजह से यह मिशन अधूरा रह गया.
सुंदर पिचाई बने अल्फाबेट इंक के सीईओ
भारतीय मूल के 47 वर्षीय अमेरिकी सुंदर पिचाई को गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट इंक का सीईओ चुना गया है. इसके साथ वह गूगल के सीईओ भी बने रहेंगे.
करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन
भारत और पाकिस्तान के बीच करतारपुर कॉरिडोर के खुलने से सिख श्रद्धालु के लिए पाकिस्तान में पड़ने वाले अपने सबसे पवित्र स्थलों में से एक गुरुद्वारा दरबार साहिब की यात्रा आसान हुई. करतारपुर गुरुद्वारे की स्थापना खुद सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक ने की थी.
चैंपियन पीवी सिंधु
ओलंपिक रजत पदक विजेता पीवी सिंधु ने स्विट्जरलैंड में बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप-2019 में स्वर्ण पदक जीता. सिंधु वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनी.
ट्रैफिक नियम कड़े हुए
केंद्र सरकार ने मोटर वाहन (संशोधन) विधेयक 2019 को पारित कर नियम और कड़े कर दिए. सड़क पर गाड़ी चलाते समय मोटर वाहन कानून के उल्लंघन पर जुर्माने की राशि बढ़ा दी गई.