15 अगस्त 1947 के दिन आजादी के साथ और क्या क्या हुआ
15 अगस्त 1947 के दिन भारत को आजादी मिली थी. लेकिन इस आजादी के साथ भी देश में बहुत कुछ घटित हो रहा था. आजादी के साथ डेढ़ करोड़ लोगों का विस्थापन और 10 लाख लोगों की हत्या भी हुई थी.
महात्मा गांधी किसी जश्न में शामिल नहीं
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सबसे बड़े नायकों में शामिल महात्मा गांधी आजादी के पहले जश्न में शामिल नहीं हुए थे. 15 अगस्त 1947 को वो बगांल के नोआखली में थे. नोआखली में हो रहे हिंदू-मुस्लिम दंगों को रोकने के लिए वो वहीं रुके हुए थे और लोगों को ऐसा ना करने के लिए समझा रहे थे.
नेहरू मंत्रिमंडल का गठन कर रहे
तत्कालीन अंतरिम सरकार के मुखिया जवाहर लाल नेहरू अपने नए मंत्रिमंडल गठन का काम कर रहे थे. 14 अगस्त की मध्यरात्रि में दिए गए प्रसिद्ध भाषण 'ट्रिस्ट विद डेस्टिनी' के बाद 15 अगस्त को उन्होंने अपने मंत्रियों की सूची गवर्नर जनरल लॉर्ड माउंटबेटन को सौंपी थी.
तिरंगा नहीं फहराया गया
15 अगस्त को लाल किले पर भारत के प्रधानमंत्री ध्वजारोहण करते हैं और देश के नाम संबोधन देते हैं. लेकिन 15 अगस्त 1947 को ऐसा नहीं हुआ था. लाल किले पर तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने 16 अगस्त 1947 के दिन झंडा फहराया था. उसके बाद प्रधानमंत्री द्वारा हर साल 15 अगस्त को लाल किले पर तिरंगा फहराया जाने लगा.
लाखों लोग हो रहे थे इधर उधर
भारत पर ब्रिटिश राज की समाप्ति के साथ भारत के दो हिस्से कर दिए गए. भारत से अलग होकर दो हिस्सों का एक देश बना. भारत के पूर्वी हिस्से में पूर्वी पाकिस्तान और पश्चिमी हिस्से में एक पश्चिमी पाकिस्तान था. नया देश बनने के बाद करोड़ों लोग विस्थापित हुए. आंकड़ों के मुताबिक 1 करोड़ 45 लाख लोग विस्थापित हुए और करीब 10 लाख लोग मारे गए.
भारत-पाकिस्तान की कोई सीमा नहीं
14 अगस्त को पाकिस्तान को भारत से अलग कर दिया गया लेकिन दोनों देशों के बीच कोई सीमा नहीं थी. 15 अगस्त को भी भारत और पाकिस्तान की सीमाएं खुली हुई थीं. 17 अगस्त को भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा का निर्धारण करने वाली रेडक्लिफ रेखा की घोषणा हुई. ब्रिटिश जज सिरिल रेडक्लिफ ने इस रेखा को खींचा था. रेडक्लिफ इस काम के लिए ही पहली और आखिरी बार भारत आए थे.
राष्ट्रगान भी नहीं था
भारत का राष्ट्रगान 'जन गण मन' रविंद्रनाथ टैगोर ने लिखा. राष्ट्रगान का पहला ड्राफ्ट 1908 में लिखा गया था. ये ड्राफ्ट अभी भी शांति निकेतन में रखा है. लेकिन 1947 में यह भारत का राष्ट्रगान नहीं था. 26 जनवरी 1950 के दिन जन गण मन को भारत का राष्ट्रगान घोषित किया गया.
बिखरा हुआ था भारत
आज भारत में 28 राज्य और 9 केंद्र शासित प्रदेश हैं. लेकिन उस समय ऐसा नहीं था. तब भारत रियासतों में बंटा हुआ था. इन सब रियासतों को मिलाकर नए राज्य बनाए गए. इस एकीकरण में वल्लभ भाई पटेल के बड़ी भूमिका थी. लेकिन बाद में इन राज्यों के गठन का विरोध हुआ. सरकार ने राज्य पुनर्गठन आयोग बनाया और भाषायी आधार पर राज्यों का गठन किया.