मास्क नहीं लगाने पर कहीं उठक बैठक तो कहीं जुर्माना
भारत इस वक्त कोरोना वायरस की दूसरी लहर के मध्य में है. देश में आए दिन कोरोना के मामले रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं. सरकार और प्रशासन की तमाम हिदायतों के बावजूद भी लोग नियम तोड़ रहे हैं. तस्वीरों में देखिए, कहां क्या हो रहा है.
करो उठक बैठक
बिहार की राजधानी पटना में प्रशासन ने मास्क नहीं लगाने वाले लोगों के खिलाफ अभियान की शुरुआत की है. पटना में ऐसे लोगों से उठक बैठक कराया जा रहा है जिन्होंने मास्क नहीं पहना है या फिर मास्क से नाक और मुंह को पूरी तरह से नहीं ढंका है.
आर्थिक जुर्माना
देश के कई राज्यों में कोरोना को लेकर सख्ती बरती जा रही थी लेकिन कोरोना की दूसरी लहर ने सरकारों के माथे पर बल ला दिया है. टीकाकरण अभियान के बीच कोरोना वायरस के मामलों में तेजी के बाद कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराया जा रहा है. नियम तोड़ने वालों से जुर्माना वसूला जा रहा है.
लॉकडाउन का खतरा!
कई राज्यों में रात का कर्फ्यू लग गया है. बड़े शहरों में काम करने वाले प्रवासी लॉकडाउन की आशंका के बीच शहरों से अपने घर और गांव की ओर दोबारा पलायन कर रहे हैं. यह तस्वीर कर्नाटक के एक बस पड़ाव की है, जहां प्रवासी अपने गांव लौटने के लिए बसों का इंतजार कर रहे हैं.
रात का कर्फ्यू
कोरोना का खतरा बढ़ने पर दिल्ली सरकार ने नाइट कर्फ्यू लगाया तो इसका असर दिन में भी दिखने लगा है. नाइट कर्फ्यू के बाद दिल्ली की प्रमुख सड़कों पर वाहनों की संख्या कम दिखाई दी. मेट्रो के जिन प्रमुख स्टेशनों पर अमूमन भीड़ देखी जाती थी, वहां भी हलचल कम रही.
सिकुड़ता व्यापार
दिल्ली में 6 से 30 अप्रैल तक रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक इस साल का पहला नाइट कर्फ्यू लगाया गया. दिल्ली का दिल कहे जाने वाले कनॉट प्लेस स्थित दुकानें 8 बजे से ही बंद होने लगती हैं. स्टाफ का घर दूर होने की वजह से भी दुकान संचालकों को ये कदम उठाना पड़ रहा है. वहीं कुछ कर्मचारियों की नौकरी पर भी खतरा मंडराने लगा है. कर्फ्यू लगने से रेस्तरां और होटल व्यापार और उनके कर्मचारियों पर अधिक बोझ पड़ा है.
कोरोना के खिलाफ जागरुकता
भारत में पिछले एक साल से लोगों को कोरोना को लेकर चेताया जा रहा है. सार्वजनिक स्थानों, बाजारों और सार्वजनिक परिवहनों में मास्क और सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करने को कहा जाता है.
लापरवाह लोग
कई बाजारों में लोग में बिना मास्क और सामाजिक दूरी के भी नजर आ जाएंगे. लोगों का कहना है कि वे मास्क लगाकर उकता गए हैं. यह तस्वीर 4 अप्रैल को मुंबई के बीच का हाल बता रही है.
"कार पब्लिक प्लेस, मास्क जरूरी"
दिल्ली हाईकोर्ट ने अपने एक आदेश में कहा है कि गाड़ी चलाते समय मास्क पहनना जरूरी है. चाहे ड्राइवर गाड़ी में अकेला क्यों न हो. हाई कोर्ट ने अपने आदेश में कहा सार्वजनिक स्थानों पर चलती गाड़ियों से संक्रमण का खतरा हो सकता है. निजी कार भी सार्वजनिक स्थान है.
बिना मास्क चुनाव प्रचार पर नोटिस
चार राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव में नेताओं के बिना मास्क के प्रचार को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी. इस याचिका में कहा गया था कि अलग-अलग राज्यों में आम जनता से बतौर जुर्माना करोड़ों वसूला जा रहा है और नेताओं पर नरमी दिखाई जा रही है. कोर्ट ने केंद्र सरकार और चुनाव आयोग को नोटिस भेजा है.
भविष्य की चिंता
कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच बेरोजगारों, युवाओं, छात्रों और व्यापारियों को अपने भविष्य को लेकर चिंता सताने लगी है. साल 2020 आर्थिक तौर पर काफी चोट पहुंचाने वाला था और लाखों लोगों की नौकरी गई थी.