आप भी बन सकते हैं जर्मन
जर्मन लोग अलग होते हैं. हम सभी अलग होते हैं लेकिन जर्मन अलग में भी अलग होते हैं. आप भी जर्मन बन सकते हैं, इन 10 आदतों को अपना कर. ऐडम फ्लेचर ने अपनी किताब मेक मी जर्मन में ये आदतें बयान की हैं.
घर वाले जूते
जर्मन लोग अपने घर वाले जूतों से बहुत प्यार करते हैं. इन्हें हाउसशुहे कहा जाता है. घर में घुसते ही इन्हें पहन लिया जाता है. मेहमानों के लिए भी हाउसशुहे रखे जाते हैं, ताकि आपका ड्रॉइंग रूम गंदा न हो.
नॉर्मकोर
जर्मन फैशन है कि फैशन मत करो. कपड़े ऐसे पहनो जो स्टाइल नहीं प्रैक्टिकल हों. जितने सामान्य बन सको, बन जाओ. जितने घुलनशील हो सको, हो जाओ. नॉर्मल ही हार्डकोर है. यही नॉर्मकोर है.
ट्रैफिक लाइट का सम्मान
सड़क खाली है तो क्या हुआ. लाइट्स तो जल बुझ रही हैं ना. उनका सम्मान होना चाहिए. नियम हो तो है, और उसे माना भी जाना चाहिए. आप ट्रैफिक लाइट्स का सम्मान नहीं करेंगे तो जर्मन नहीं हो सकते.
प्रकृति का सम्मान
शहर अच्छे होते हैं लेकिन वे कुदरत से दूर होते हैं. आप जर्मन बनना चाहते हैं तो कुदरत का सम्मान कीजिए. कुदरत के पास जाइए. उसमें रहिए. उससे बातें कीजिए. उसे अपना लीजिए. इसलिए जर्मन शहरों में और आसपास काफी हरियाली है.
पढ़ो, फिर करो
जर्मन लोग यूं ही किसी पर भरोसा नहीं करते. आप किसी भी मुद्दे पर तभी बोलें, जब आपने उसकी पढ़ाई की है. जैसे बिना मेडिसीन पढ़े कोई डॉक्टर नहीं हो सकता और डॉर्टरेट किए बिना डॉक्टर भी अपने नाम के आगे डॉक्टर नहीं लगा सकता. जर्मन स्पेशलाइजेशन का सम्मान करते हैं.
गैस वाला पानी
आप जर्मन बनना चाहते हैं तो गैस वाला पानी पीजिए. हर चीज में गैस वाला पानी डालिए. यह सोडे जैसा होता है.
आलू खाइए
जो भी हो, आलू तो आलू है. जैसे जर्मन तो जर्मन हैं. आलू के बिना जीवन नहीं. आलू के बिना जर्मन नहीं. आम तौर पर मीट खाने वाले जर्मन उसके साथ आलू जरूर खाते हैं.
वुर्स्ट और ब्रेड
डबलरोटी के दो स्लाइस लें. उनपर बटर लगाकर बीच में वुर्स्ट, सलामी या चीज रख दें. चखें. पसंद आया? तो आप जर्मन हैं.
बोल डाल
जर्मन बनना है तो इधर-उधर की बातें करना बंद कीजिए. जो दिल में है, साफ कहिए. सामने वाले को कड़वी लगती है तो लगे. बोल दो.
वक्त की पाबंदी
जर्मन बनने का आखिरी रूल है टाइम. टाइम पर आना है, टाइम पर जाना है. यहां आईएसटी नहीं चलेगा. 5 बजे बोला तो 5 बजे पहुंच जाओ. यही जर्मन होना है.