टूरिज्म का काला सच दिखाते पोस्टर
बेल्जियम के ग्रैफिक आर्टिस्ट मॉन्क ने दुनियाभर के मशहूर ट्रैवल डेस्टिनेशंस का काला सच दिखाने वाले पोस्टर्स बनाए हैं. आप भी देखिए...
पोस्टर झूठ बोलते हैं
मॉन्क कहते हैं कि उनके पोस्टर सच दिखाते हैं. वह कहते हैं कि ये जगहें अक्सर ऐसी दिखाई जाती हैं मानो सबसे सुंदर जगह हो लेकिन ऐसा नहीं है. पोस्टरों में अक्सर दुनिया जैसी दिखती है, वैसी होती नहीं.
आज का सच
मॉन्क को प्रेरणा मिली 1936 में फ्रांत्स क्राउज के इस्राएल टूरिज्म के एक पोस्टर से. लेकिन उन्होंने एक और सच दिखाया जो इस्राएल और फलीस्तीन का आज का सच है.
ब्रसेल्स की भीड़
ब्रसेल्स के रहने वाले मॉन्क किसी भी जगह को उससे जुड़े मुद्दों के आधार पर चुनते हैं. जैसे इस पोस्टर में ब्रसेल्स के अक्सर बंद रहने वाले भीड़भाड़ वाले रास्तों को दिखाते हैं.
रियो का क्राइम
मॉन्क कहते हैं कि लोगों को पोस्टर पसंद आए हैं लेकिन कुछ लोगों ने विरोध भी किया है. जैसे रियो के इस पोस्टर में वह सुंदर बीच के साथ अपराध की ओर भी ध्यान दिलाते हैं.
प्लास्टिक का स्वर्ग
मालदीव के तटों पर प्लास्टिक का कचरा एक बहुत बड़ी समस्या बन चुका है. और असल में तो यह पूरी दुनिया की समस्या है. हर साल 80 लाख टन प्लास्टिक समुद्र में फेंकी जा रही है.
प्रवासी
मॉन्क अपने हर पोस्टर पर खासी रिसर्च करते हैं. उनका स्टाइल विंटेज 20वीं सदी के मध्य का भाव देता है. लेकिन उनके मुद्दे एकदम नए हैं. जैसे यूरोप में प्रवासी संकट को दिखाता यह पोस्टर.
सेक्स ऑन द बीच
मॉन्क ने अब तक 11 पोस्टर बनाए हैं. हर पोस्टर में कड़वी सच्चाई दिखाई है. थाईलैंड के फुकेट को दिखाता यह पोस्टर बच्चों के यौन शोषण की बात करता है.
कोलकाता किसको भाता
भारत के कोलकाता में देश की पवित्र नदी गंगा को दिखाने के साथ ही मॉन्क उसकी गंदगी की ओर भी ध्यान दिलाते हैं.
बोरेनो की बर्बादी
बोरेनो में यूं तो लोग बस चिंपैंजी देखते हैं लेकिन मॉन्क उनका ध्यान कटते जंगलों की ओर दिलाते हैं जिनकी वजह से चिंपैंजी खतरे में पड़ गए हैं.