सुनहरे से इकहरे तकः टॉयलेट कैसे कैसे
इंडियन सीट या इंग्लिश सीट, टॉयलेट सीट में फर्क तो आपने देखे होंगे. चलिए आपको ऐसे टॉयलेट दिखाते हैं, जो हैरान कर देंगे.
सुनहरा टॉयलटसुनहरा टॉयलट
2016-17 में न्यूयॉर्क के गुगनहाइम म्यूजियम में लोगों को 18 कैरेट गोल्ड टॉयलेट इस्तेमाल करने को मिला. असल में यह एक कलाकृति है जिसे इटली के मॉरित्सियो कैटलान ने बनाया है. 2019 में यह चोरी हो गया.
सबसे पुराना टॉयलेट
बनाए गए सबसे पुराने टॉयलेट के निशान मेसोपोटामिया में सुमेरिया के लोगों द्वारा छोड़े गए हैं. ये 3500 से 3000 ईसा पूर्व की बातें हैं. यह तस्वीर लीबिया में लेप्टिन मैगना की है, जहां रोमन टॉयलेट मिले. रोमन लोगों के लिए टॉयलेट जाना एक सामाजिक गतिविधि थी.
रेगिस्तानी अंदाज
दक्षिणी ट्यूनिशिया के ये टॉयलेट चोट अल जेरिद रेगिस्तान के बीचोबीच हैं.
पारदर्शी टॉयलेट
जापान की राजधानी टोक्यो में ये पारदर्शी टॉयलेट हैं. लेकिन जैसे ही कोई इन्हें इस्तेमाल करता है, दीवारें पारदर्शी नहीं रहतीं. जापान के इचिहारा शहर में दुनिया की सबसे बड़े टॉयलेट है, जो दो लाख वर्ग मीटर में बने है. यह सिर्फ महिलाओं के लिए है.
विशालकाय टॉयलेट
फ्रांसीसी डिजाइनर फिलिपे स्टार्क ने यह विशालकाय टॉयलेट इस्तेमाल के लिए नहीं बस देखने के लिए बनाया है. असल में यह एक कलाकृति है जिसे स्विट्जरलैंड में रखा गया है.
तमिलनाडु का शाही टॉयलेट
तमिलनाडु के पद्मनाभ शाही महल में यह टॉयलेट त्रावणकोर राजाओं द्वारा इस्तेमाल किया जाता था. इस महाल को 1750 के आसपास दोबारा बनवाया गया था.
यरुश्लम में प्राचीन टॉयलेट
चूना पत्थर का यह चौकोर खांचा सातवीं सदी में शाही टॉयलेट था. इस पत्थर के नीचे खोजियों को एक सेप्टिक टैंक मिला था.
अंतरिक्ष में
2020 में नासा ने 2.3 करोड़ डॉलर खर्च कर दो टॉयलेट बनाया था. जो अब तक का सबसे महंगा टॉयलेट है. इससे पहले रूसी मॉडल इस्तेमाल होता था. नए मॉडल में अच्छी बात ये है कि इसे महिलाएं भी इस्तेमाल कर सकती हैं.
एशिया में अलग चलन
एशिया के टॉयलट, जिन्हें हम इंडियन सीट भी कहते हैं, पैरों के भार बैठने के लिए बनाए जाते हैं. पैरों के भार बैठना पेट साफ होने में मददगार होता है. इस चलन के साथ पोंछने के बजाय धोना भी जुड़ा है, जो पश्चिमी चलन से अलग है.
जापानी तकनीक
जापान में आधुनिक तकनीक टॉयलेट में घुस चुकी है. ऑटोमैटिक फ्लश, एयरफ्रेशनर, तापमान अडजस्टमेंट, म्यूजिक सिस्टम और वाई फाई भी इस टॉयलेट सीट की खूबियों में हैं.
चीनी रेगिस्तान
अंदरूनी मंगोलिया की सैर पर निकले पर्यटकों को श्यांग्शा खाड़ी में यह टॉयलेट मिलेगा. कुबूकी रेगिस्तान यह चीन का पहला रिजॉर्ट है.