गुजरात अव्वल, हिंदी पट्टी सबसे पिछड़ी
भारत में ऊर्जा और पर्यावरण परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में गुजरात को अव्वल बताया गया है. नीति आयोग ने यह रैंकिंग जारी की है. इसमें हिंदी पट्टी का बुरा हाल दिखाया गया है.
अव्वल है गुजरात
नीति आयोग के एनर्जी ऐंड क्लामेंट इंडेक्स में बड़े राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में गुजरात सबसे ऊपर रहा है. छह मानकों पर राज्यों को यह रैंकिग दी गई है.
केरल, पंजाब भी आगे हैं
भारत सरकार की संस्था नीति आयोग के मुताबिक दूसरे नंबर पर केरल है और उसके बाद पंजाब का नंबर है.
हिंदी पट्टी का बुरा हाल
सूची में सबसे निचले पायदानों पर छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और झारखंड हैं. रिपोर्ट कहती है कि इन राज्यों के अलावा बिहार में भी विकास की बहुत गुंजाइश है.
छोटे राज्यों में गोवा आगे
नीति आयोग ने छोटे राज्यों को अलग सूची में रखा है. इस सूची में गोवा ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन इंडेक्स में सबसे ऊपर है.
त्रिपुरा दूसरे नंबर पर
छोटे राज्यों में त्रिपुरा का दूसरा नंबर है और मणिपुर तीसरे नंबर पर रखा गया है.
तीन श्रेणियां
नीति आयोग ने विभिन्न राज्यों को तीन श्रेणियों में बांटा है. पहली श्रेणी में अगुआ राज्य हैं. उसके बाद अचीवर्स ने उपलब्धियां हासिल करने वाले राज्य हैं और फिर वे जो कोशिश कर रहे हैं.