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ईरान डील कैंसल, तो बढ़ेगी अमेरिका यूरोप में खाई: गाब्रिएल

१३ अक्टूबर २०१७

जर्मनी के विदेश मंत्री जिगमार गाब्रिएल ने अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप को चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने ईरान के साथ हुई परमाणु डील को खत्म किया तो विश्व राजनीति पर इसका व्यापक असर होगा.

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Berlin, Sigmar Gabriel
तस्वीर: picture-alliance/dpa/M.Kappeler

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ईरान के साथ सुरक्षा परिषद के पांचों स्थायी सदस्यों और जर्मनी के प्रयासों से हुई डील को लेकर लगातार सवाल उठाते हैं. इस डील के तहत ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने के लिए राजी हुआ जिसके बदले अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने उसके खिलाफ लगे प्रतिबंधों में ढील दी थी.

जर्मन विदेश मंत्री गाब्रिएल ने कहा है कि ईरान के साथ हुए समझौते को रद्द करने से यूरोप और अमेरिका के बीच खाई और बढ़ेगी. उन्होंने जर्मनी के आरएनडी समाचार पत्र समूह से बातचीत में कहा, "यह जरूरी है कि यूरोप इस मुद्दे पर एकजुट रहे. हमें अमेरिकी लोगों को बताना होगा कि ईरान के मुद्दे पर उनका व्यवहार हम यूरोपीय लोगों को रूस और चीन के अमेरिका विरोधी रुख के करीब ले जायेगा."

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अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को न सिर्फ विश्व नेताओं की तरफ से बल्कि उनके अपने प्रशासन के लोग भी लगातार चेतावनी देते रहे हैं. बावजूद इसके ईरान को लेकर वह अपने रुख पर अडिग है. माना जा रहा है कि वह शुक्रवार को एक नयी रणनीति पेश कर सकते हैं जिसमें परमाणु समझौते पर ईरान की तरफ से हो रहे अमल को "अमान्य" करार करार दिया जा सकता है.

संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था ने बार बार इस बात की पुष्टि की है कि ईरान उन पाबंदियों पर अमल कर रहा है जो समझौते के तहत उसके सामने रखी गयी थीं. लेकिन ट्रंप का कहना है कि ईरान परमाणु समझौते का "उल्लंघन" कर रहा है. उनके मुताबिक सबसे पहले तो ईरान सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद का समर्थन कर रहा है और दूसरे उसने नव निर्मित गैर-परमाणु बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया है.

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गाब्रिएल ने कहा, "बड़ा ड्रामा तो यह है कि ईरान के साथ हुआ समझौता अमेरिका की घरेलू राजनीति का मोहरा बन सकता है." अमेरिका चाहता है कि ईरान के साथ हुए समझौते के तहत इस बात को सुनिश्चित किया जाए कि ईरान सीरिया, इराक या फिर यमन में चल रहे संकटों को भड़काना बंद करे. हालांकि गाब्रिएल का कहना है कि यह ईरान को परमाणु हथियारों से मुक्त करने की शर्त नहीं हो सकती.

ट्रंप को रविवार तक अमेरिका कांग्रेस को यह बताना है कि वह इस बात में यकीन करते है या नहीं कि ईरान परमाणु समझौते पर अमल कर रहा है. अगर ट्रंप कहते हैं कि ईरान परमाणु समझौते पर अमल नहीं कर रहा है तो उसके 60 दिन के भीतर कांग्रेस को ईरान के खिलाफ नये प्रतिबंधों पर फैसला करना होगा.

एके/एनआर (रॉयटर्स, एएफपी, डीपीए)