जर्मनी के अद्भुत पुस्तकालय
आइन्स्टाइन ने कहा था, आप को कुछ और पता हो या ना हो, अपने शहर की लाइब्रेरी के बारे में जरूर पता होना चाहिए. देखिए, जर्मनी में तो ऐसी लाइब्रेरी हैं कि देखते ही रह जाएं.
श्टुटगार्ट म्युनिसिपल लाइब्रेरी
2011 में बनी यह लाइब्रेरी इंटेलेक्चुअल और कल्चरल सेंटर है. पांच मंजिला हॉल है, एकदम झक सफेद. रंग बस किताबें भरती हैं.
डचेस आना अमालिया लाइब्रेरी
वाइमार शहर की यह छोटा सी जगह ऐसी ऐसी किताबों का घर है जो दुनिया में और कहीं नहीं हैं. 2004 में यहां आग में बहुत कुछ नष्ट हो गया था.
हेर्त्सोग ऑगस्ट लाइब्रेरी
वॉल्फेनब्युटेल शहर की यह लाइब्रेरी दुनिया के सबसे पुराने किताबघरों में से है. ड्यूक ऑगस्ट (1579-1666) ने इसे अपने समय में यूरोप का सबसे बड़ा पुस्तकालय बना दिया था.
फोस्टर लाइब्रेरी
बर्लिन की इस लाइब्रेरी को दिमाग के आकार का बनाया गया है. इसलिए लोग इसे द ब्रेन भी कहते हैं. यह बर्लिन की फ्री यूनिवर्सिटी के कला संकाय की लाइब्रेरी है.
ओबरलाउसित्स लाइब्रेरी ऑफ साइंसेज
गोरलिस्त शहर में यह पुस्तकालय 1806 से बना हुआ है. यहां एक लाख 40 हजार किताबें हैं.
जैकब एंड विल्हेल्म ग्रिम सेंटर
बर्लिन की हुंबोल्ट यूनिवर्सिटी की यह लाइब्रेरी 2009 में बनी थी. यहां का निर्माण ऐसा है कि पढ़ने वाले को खुले में बैठकर पढ़ने का अहसास होता है.
बवेरियन स्टेट लाइब्रेरी
16वीं सदी के मध्य से किताबों का यह विशाल संग्रह शुरू हुआ जो आज बढ़ते बढ़ते एक करोड़ किताबों तक पहुंच गया है. म्यूनिख की यह लाइब्रेरी 1832 से इस भवन में है.
कोलंबा रीडिंग रूम
यह लाइब्रेरी तो नहीं है लेकिन कोलोन के म्यूजियम में बना यह रीडिंग रूम अनोखा जरूरी है.