हड़ताल से बेहाल जर्मनी
देशव्यापी हड़ताल से जर्मनी में परिवहन के कई क्षेत्रों पर असर पड़ रहा है. फ्लाइटें रद्द हो गई हैं, तो सड़कों पर गाड़ियों का कई किलोमीटर लंबा जाम है.
सैकड़ों उड़ानें रद्द
जर्मनी की एयरलाइंस लुफ्थांसा का कहना है कि उसे अपनी कुल 1600 फ्लाइटों में से आधी से ज्यादा रद्द करनी पड़ी हैं. लुफ्थांसा की ही इकाई यूरोविंग्स पर भी स्ट्राइक का असर पड़ा है.
हजारों मुसाफिर परेशान
हड़ताल का असर 90,000 लोगों पर पड़ा है. फ्रैंकफर्ट, म्यूनिख और कोलोन के हवाई अड्डों पर लोग असमंजस में हैं. यात्रियों से कहा गया है कि डॉमेस्टिक फ्लाइट के बदले वे ट्रेन की टिकट ले सकते हैं या फिर मुफ्त में किसी और दिन उड़ान भर सकते हैं.
सब कुछ ठप
एयरलाइंस के अलावा जनसेवाओं पर भी असर पड़ा है. लोकल ट्रेनों, ट्राम और बस सर्विस में हड़ताल के अलावा कई जगहों पर किंडरगार्टन भी बंद हैं. साथ ही कूड़ा उठाने वाली कंपनियां भी काम नहीं कर रही हैं.
इंतजार करें
फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट पर लगे इस बोर्ड पर यात्रियों से एयरलाइंस से संपर्क करने को कहा गया है. एयरपोर्ट पर तो बुधवार से सेवाएं फिर से शुरू हो जाएंगी लेकिन सार्वजनिक परिवहन के कई क्षेत्रों पर शुक्रवार तक हड़ताल का असर देखने को मिलेगा.
बेहतर वेतन की मांग
जर्मनी की ट्रेड यूनियन वैर्डी ने यह हड़ताल की है. यूनियन की मांग है कि सार्वजनिक क्षेत्र में काम करने वाले लोगों का वेतन छह फीसदी बढ़े. यूनियन का आरोप है कि मुनाफों के बावजूद कर्मचारियों तक इसका फायदा नहीं पहुंच रहा है.
लंबे जाम
सार्वजनिक परिवहन के ठप्प होने के कारण लोग दफ्तर जाने के लिए अपनी गाड़ियां इस्तेमाल करने पर मजबूर हैं. ऐसे में सड़कों पर कई कई किलोमीटर लंबे जाम लगे हैं.