इस चुनाव से क्या चाहते हैं जेन जी के वोटर?
भारत के चुनाव के पहले चरण में 18 करोड़ से अधिक मतदाता वोट डालेंगे. देखिए क्या कहते हैं जेनरेशन जेड यानी जेन जी के वोटर.
मेडिकल सुविधाएंः सनेजा वांगजान (20 साल) इंफाल, मणिपुर
"इलाज की सुविधाओं में सुधार की जरूरत है, खासकर भारत के छोटे शहरों में. बहुत से लोग आम बीमारियों से मर रहे हैं क्योंकि उनके पास दवा या अस्पताल की सुविधा नहीं है."
शिक्षा का अधिकार: आकांक्षा मजूमदार (20 साल) छात्रा
"मैं चाहती हूं कि सबको बुनियादी शिक्षा मिले. गांवों की तुलना में शहरों में अधिक झुग्गियां हैं. 7-8 साल की उम्र के बच्चे स्कूल छोड़ने पर मजबूर हो जाते हैं, ताकि वे अपने परिवार की आर्थिक मदद कर सकें."
जातिवाद का खात्माः असमा हमाद शेख (23 साल) शिक्षिका, मुंबई
“मेरा मानना है कि हर किसी को शिक्षा का हक मिले और निरक्षरता पूरी तरह खत्म होनी चाहिए. मुझे विश्वास है कि सरकार बदलने के साथ जातिवाद भी खत्म हो जाएगा. मैं हिंदू-मुसलमानों के बीच बहुत झगड़े देख रही हूं, जो मैंने बड़े होते हुए नहीं देखे थे. बीते कुछ सालों में ये अधिक बढ़ गए हैं.''
अधिकारों से अनभिज्ञः पूनम (22 साल) गृहिणी, दिल्ली
"मुझे खुशी है कि मैं इस बार वोट दूंगी लेकिन उतनी उत्साहित नहीं हूं. मैं एक गृहिणी हूं और यमुना के किनारे रहती हूं. आस पास क्या चल रहा है मुझे इसके बारे में ज्यादा पता नहीं है. मेरा परिवार जिस भी पार्टी या व्यक्ति को वोट देगा, मैं भी उसी को वोट दूंगी. मैं अपने परिवार के खिलाफ नहीं जा सकती."
धार्मिक भेदभावः संस्कार राय (21 साल) इंटर्न, गुरुग्राम
"एक तरफ हम धर्मनिरपेक्षता की बात करते हैं और दूसरी ओर हम धर्म के नाम पर लोगों की हत्या होते हुए देखते हैं. यह देखकर बहुत निराशा होती है."
सरकार में बदलावः कत्रवत संतोष (21 साल) ऑटोरिक्शा ड्राइवर, हैदराबाद
"पिछली सरकार के कार्यकाल में जीवन बेहतर था, हमारी आजीविका पर असर पड़ा है. मैंने केवल दसवीं तक पढ़ाई की है, अपने परिवार को आर्थिक सहयोग देने के लिए मुझे पढ़ाई छोड़नी पड़ी. शहर जाने के बाद हम कर्ज में डूब रहे हैं, हमें भरोसा था कि हम किसी तरह बच जाएंगे, लेकिन हम डरे हुए हैं."
आजाद कश्मीर: साइमा तब्बसुम (22 साल) छात्रा, कश्मीर
"मैं मुसलमानों के अधिकारों की रक्षा के लिए पीडीपी को वोट दूंगी. यह सही नहीं है कि सरकार नमाज रोक दे या नेताओं को गिरफ्तार कर ले. मैं चाहती हूं कि सत्ताधारी पार्टी यह बताए कि वे ये काम क्यों करते हैं."
देश की इज्जत बढ़ी: ओमप्रकाश अग्रवाल (18 साल) स्केटर, दिल्ली
ओमप्रकाश अग्रवाल (18 साल) स्केटर, दिल्ली "मुझे लगता है कि हमें मोदी जी को वोट देना चाहिए. उन्होंने बहुत सारे काम किए हैं और कई नई योजनाएं लेकर आए हैं. पहले विदेशों में हमें उतना महत्व नहीं दिया जाता था लेकिन अब लोग हमें इज्जत देते हैं."
बेरोजगारीः मोहम्मद एजाज अंसारी (19 साल) लैपटॉप रिपेयरिंग
"बहुत सारे बेरोजगार लोग हैं. मेरे इलाके में लोग काम मांगते रहते हैं, लेकिन उन्हें कोई काम नहीं मिलता. वे महीने में सिर्फ10,000 -12,000 रुपये के लिए निजी कंपनियों में काम करते हैं, जो घर चलाने के लिए काफी नहीं है."