संकट के समय में भारत के साथ खड़ा हुआ विश्व
भारत इस वक्त कोरोना वायरस की दूसरी बड़ी लहर से जूझ रहा है. क्या मरीज और क्या अस्पताल, सभी ऑक्सीजन की किल्लत से कराह रहे हैं. मुश्किल घड़ी में भारत के साथ कई देश खड़े हो गए हैं. वे ऑक्सीजन, दवा और वैक्सीन भेज रहे हैं.
अमेरिका
भारत की कोविड से जंग जारी है और इस दौरान भारत की मदद के लिए अमेरिका ने हाथ बढ़ाया है. 30 अप्रैल को अमेरिका से पहली आपात मेडिकल सप्लाई पहुंची. अमेरिका ने भारत को 400 से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर, रैपिड कोरोना टेस्ट किट और अन्य चिकित्सा उपकरण भेजे. इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कोविड-19 से लड़ाई में भारत का साथ देने की प्रतिबद्धता जताई थी.
ब्रिटेन
ब्रिटेन ने कोरोना से लड़ाई में भारत की मदद तो की है लेकिन उसने कहा है कि उसके पास कोरोना वैक्सीन के अतिरिक्त टीके देने के लिए मौजूद नहीं है. ब्रिटेन फिलहाल कोरोना संकट में अपनी घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहा है. भारत को 495 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, 120 नॉन-इनवेजिव वेंटिलेटर्स और 20 मैनुअल वेंटिलेटर्स की सप्लाई की जा चुकी है.
जर्मनी
जर्मनी ने अपने पुराने दोस्त भारत की मदद करने के लिए कई फैसले लिए हैं. जर्मनी ने भारत की मानवीय सहायता के लिए दवाएं और वेंटिलेटर भेजे हैं. इसके अलावा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की पहली खेप भी भारत पहुंच चुकी है. भारत में जर्मन राजदूत वाल्टर लिंडनर ने कहा है कि महामारी में भारत ने टीकों और दवाओं का उत्पादन करके दुनिया और हमारी मदद की. अब हमें मुश्किल में फंसे दोस्तों की मदद करने की जरूरत है.
चीन
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने वादा किया कि कोविड-19 के खिलाफ जंग में उनका देश भारत की हरसंभव मदद करेगा और कहा कि चीन में बनी महामारी रोधी सामग्री ज्यादा तेज गति से भारत पहुंचाई जा रही है.
सऊदी अरब
मुसीबत के इस समय में भारत की मदद के लिए सऊदी अरब ने भी हाथ बढ़ाया है. सऊदी अरब ने मुश्किल घड़ी में भारत को 80 मीट्रिक टन लिक्विड ऑक्सीजन भेजी है. भारत ने ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए कई देशों से मदद मांगी है.
सिंगापुर
सिंगापुर सरकार महामारी से जूझ रहे भारत की मदद के लिए आगे आई है. सिंगापुर ने भारत की मदद के लिए ऑक्सीजन और सिलेंडरों की खेप भेजी है.
फ्रांस
फ्रांस ने भी भारत के लिए 'एकजुटता अभियान' की घोषणा है. जिसके तहत वह कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से लड़ने में भारत की मदद के लिए ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र, वेंटीलेटर्स और अन्य चिकित्सा सामान भेजने जा रहा है.