कहां-कहां से निकलती है मीथेन
मीथेन गैस कार्बन डाई ऑक्साइड से भी ज्यादा खतरनाक ग्रीन हाउस गैस है. अब जबकि वैश्विक स्तर पर इसकी निगरानी की जा रही है तो पता चल रहा है कि मीथेन के कुछ अप्रत्याशित स्रोत भी हैं. देखिए, कहां से निकल रही है मीथेन.
पर्माफ्रोस्ट
उत्तरी साइबेरिया में रूस के यमाल और गीडा प्रायद्वीपों में बने विशाल गड्ढों में से मीथेन निकल रही है. वैज्ञानिकों का अंदाजा है ऐसा वहां मौजूद बैक्टीरिया के कारण हो रहा है. लेकिन इन गड्ढों के बनने की ठोस वजह वैज्ञानिकों को भी पता नहीं है.
हिमखंडों से पिघलकर निकलता पानी
दुनियाभर में हिमखंड तेजी से पिघल रहे हैं. ये हिमखंड मीथेन का बहुत बड़ा स्रोत हैं जो हजारों साल तक छिपे रहे हैं. 2023 में कोपेनहागेन यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन में पता चला कि कनाडा के यूकोन इलाके में हिमखंडों के पानी में मीथेन का स्तर वातावरण से 250 गुना ज्यादा था.
जल बांध
बिजली बनाने के लिए नदियों पर बनाए गए बांध मीथेन के सबसे बड़े स्रोतों में से एक हैं. हर साल इन बांधों से कुल मिलाकर लगभग एक अरब टन मीथेन निकलती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि बांध की झील में रुका पानी तलहटी में सड़ जाता है.
प्रदूषित नदियां
झीलें और नदियां दुनिया के कुल मीथेन उत्सर्जन के लगभग आधे के लिए जिम्मेदार हैं. ये स्रोत जितने ज्यादा प्रदूषित होंगे, मीथेन का उत्सर्जन उतना ही ज्यादा होता है.
गाय
गायों की डकार से निकलने वाली मीथेन वैज्ञानिकों के लिए लंबे समय से सिरदर्द बनी हुई है. कृषि क्षेत्र मानव-जनित मीथेन का सबसे बड़ा स्रोत है और उसमें भी मवेशियों से उत्सर्जन सबसे ज्यादा होता है.
दलदल
दलदली जमीन दुनियाभर में मीथेन उत्सर्जन का सबसे बड़ा स्रोत है. मौसम परिवर्तन के कारण बारिश और बाढ़ के कारण दलदली जमीन भी बढ़ रही है. लॉरेंस बर्कली नेशनल लैबोरेटरी के मुताबिक बोरियल आर्कटिक क्षेत्र में कार्बन उत्सर्जन पिछले दो दशक में 9 फीसदी बढ़ चुका है.
कचरे के ढेर
कृषि और ईंधन के बाद शहरों के बाहर बने कचरे के ढेर मीथेन के तीसरे सबसे बड़े स्रोत हैं. 2022 में हुए एक अध्ययन में बताया गया कि मुंबई के कचरे के ढेर से हर घंटे लगभग 9.8 टन या सालाना 85 हजार टन मीथेन उत्सर्जित हो रही है.
जंगल की आग
दुनियाभर में जंगलों में आग की संभावनाएं और बारंबारता बढ़ रही है. इससे मीथेन उत्सर्जन भी बढ़ रहा है. 2020 में अमेरिका की 20 सबसे बड़ी जंगलों की आग से जितनी मीथेन निकली उतनी बीते 19 साल में निकली मीथेन से सात गुना ज्यादा थी.