क्या पब्लिक ट्रांसपोर्ट को फ्री करने का समय आ गया है?
डीजल-पेट्रोल के बढ़ते दामों और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से कैसे निपटें? एक तरीका है बस, मेट्रो, ट्राम या ट्रेन में यात्रा फ्री कर देनी चाहिए. कई यूरोपीय देश और शहर ऐसा कर रहे हैं.
जर्मनी
बढ़ती महंगाई और यूक्रेन युद्ध की वजह से ऊर्जा चुनौतियों के बीच जर्मन सरकार ने 9 यूरो का मासिक टिकट शुरू किया है, जिससे पूरे महीने देश भर में कहीं भी, कितनी भी यात्रा की जा सकती है. आम तौर पर किसी एक शहर के लिए ऐसा मासिक टिकट 50 से 90 यूरो में आता है. माना जा रहा है कि 9 यूरो के टिकट से लोगों की कुछ बचत भी होगी और वे कारों की बजाय पब्लिक ट्रांसपोर्ट इस्तेमाल करेंगे.
लक्जमबर्ग
दुनिया भर में लक्जमबर्ग पहला ऐसा देश है जिसने पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बिल्कुल मुफ्त कर दिया है. एक मार्च से वहां किसी को ट्रेन, बस या ट्राम का टिकट लेने की जरूरत नहीं. इस छोटे से देश में रहने वाले विदेशी और सैलानी भी इसका फायदा उठा सकते हैं. लक्जमबर्ग में काम करने वाले 45 फीसदी लोग आसपास के देशों से हर दिन वहां आते-जाते हैं. वहां की सरकार चाहती है कि लक्जमबर्ग इस मामले में दुनिया के लिए मिसाल बने.
माल्टा
माल्टा में भी पब्लिक ट्रांसपोर्ट 1 अक्टूबर से बिल्कुल फ्री होने जा रहा है. इस तरह यह यूरोप का दूसरा देश होगा, जहां यात्रा करने के लिए नागरिकों और पर्यटकों को कोई टिकट नहीं खरीदना होगा. माल्टा ने इस योजना की घोषणा अक्टूबर 2021 में की थी. यहां भी सरकार का यही मकसद है कि लोग कारों को छोड़कर ज्यादा से ज्यादा पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें.
हासेल्ट, बेल्जियम
कुछ शहरों ने भी अपने स्तर पर इस तरह के कदम उठाए हैं. जैसे कि बेल्जियम में का शहर हासेल्ट. उसने 1997 में ही ट्रेन और बसों में सफर को मुफ्त कर दिया था. इस बात की दुनिया भर में चर्चा हुई. लेकिन शहर प्रशासन ने बढ़ती लागत के बीच 2013 में इस फैसले को पलट दिया. अब फिर से इस शहर के लोगों को सार्वजनिक परिवहन में सफर करने के लिए टिकट खरीदना पड़ता है.
टालिन, एस्टोनिया
एस्टोनिया की राजधानी टालिन में सभी रजिस्टर्ड निवासी 2013 से बस और ट्रेनों में मुफ्त सफर कर सकते हैं. शहर प्रशासन ने जब देखा कि वित्तीय संकट की वजह से आम लोग टिकट खरीदने के लिए जूझ रहे है तो उन्होंने यह कदम उठाया. जानकार कहते हैं कि मुफ्त टिकट के बाजवूद शहर की सड़कों पर कारों की संख्या नहीं घटी है. वैसे एस्टोनिया के कई दूसरे इलाकों में भी इसी तरह फ्री पब्लिक ट्रांसपोर्ट की पहल शुरू की गई है.
डनकर्क, फ्रांस
फ्रांस के शहर डनकर्क में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को फ्री करने के बाद सड़कों पर ट्रैफिक घटा है. वहां 2018 से लोग सार्वजनिक परिवहन में फ्री में यात्रा कर सकते हैं. यात्रा फ्री होने के बाद लोगों ने कारों का इस्तेमाल कम कर दिया. सर्वे में पांच प्रतिशत लोगों ने कहा कि फ्री पब्लिक ट्रांसपोर्ट के बाद उन्होंने अपनी कार बेचने या दूसरी कार ना खरीदने का फैसला किया. इसका मतलब है कि यह कदम अपने मकसद में सफल रहा.
डेनमार्क के द्वीप
डेनमार्क के कुछ द्वीपों पर आर्थिक कारणों से पब्लिक ट्रांसपोर्ट को फ्री किया गया. खासकर कोरोना महामारी के बाद पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया गया. 2020 और 2021 में बिना कारों वाले लोगों को इन द्वीपों पर जाने के लिए फेरी का टिकट नहीं लेना पड़ता था. गर्मियों के दौरान भी टिकट के दामों में कमी की गई. 2022 में फेरी के टिकट फ्री नहीं है, लेकिन लोग टिकट पर मिलने वाली छूट का फायदा उठा सकते हैं.