उत्सर्जन की खबर पर जलवायु सम्मेलन में निराशा
१४ नवम्बर २०१७विज्ञापन
इंसान के लालच के आगे हारती पृथ्वी
कुदरत ने इंसान को बहुत दिया है. लेकिन इंसान के लालच की कोई सीमा नहीं दिखाई देती. इंसान की संसाधनों की भूख उसे कहां ले जाएगी?
इंसान के लालच के आगे हारती पृथ्वी
कुदरत ने इंसान को बहुत दिया है. लेकिन इंसान के लालच की कोई सीमा नहीं दिखाई देती. इंसान की संसाधनों की भूख उसे कहां ले जाएगी?