दुनियाभर में हर साल करीब दो अरब टन कूड़ा निकलता है. इसमें काफी कुछ तो खाने की पैकिंग होती है लेकिन ऐसी चीजें भी मिलीं जिन्हें खरीदने के छह महीने के अंदर ही फेंक दिया गया. जीरो-वेस्ट आंदोलन के तहत चीजों के कम या बार-बार इस्तेमाल पर जोर दिया जाता है, जिससे प्रकृति का संरक्षण हो और प्रदूषण भी कम हो. भारत में भी दिखी इस पहल की एक झलक.