हम जो कपड़े पहनते हैं, उसमें से करीब आधे कॉटन के बने होते हैं. और वैसे तो एक नेचुरल प्रोडक्ट है लेकिन जिस पैमाने पर इसे उगाया जा रहा है और उसमें कुल कितना पानी खर्च हो रहा है, उसे देखा जाए तो दरअसल ये इको फ्रेंडली बिल्कुल भी नहीं है. लेकिन इसकी जरूरत भी है. तो फिर क्या किया जाए कि हमारा भी फायदा हो और पर्यावरण का भी नुकसान ना हो. आज के एपिसोड में इसी पर करेंगे बात.