कुत्ते ने ली एक राष्ट्रपति के बेटे की जान
१७ जनवरी २०१७घटना के बाद जब आठ साल के हबीबू बैरो को अस्पताल ले जाया जा रहा था तब रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. राजधानी बांजुल के उपनगर कनिफिंग में अंतिम संस्कार किया गया.
बैरो ने पिछले साल हुए आम चुनावों में गांबिया में जीत हासिल की थी लेकिन देश के मौजूदा राष्ट्रपति याहया जामेह ने इन नतीजों को नहीं स्वीकार किया और पद नहीं छोड़ा जिसके चलते यहां विवाद की स्थिति बनी हुई है.
गांबिया की क्षेत्रीय संस्था बॉडी इकोवास ने बैरो से गुरुवार तक सेनेगल में ही रहने को कहा है. याहया को पद से हटाने के लिए सेना के हस्तक्षेप पर भी विचार किया जा रहा है. वहीं याहया ने बैरो को पद से दूर रखने के लिए न्यायालय में याचिका दायर की है. लेकिन सोमवार को न्यायालय ने इस मामले में कोई भी निर्देश देने से इनकार कर दिया जिससे बैरो का रास्ता साफ होता नजर आ रहा है. हजारों की संख्या में लोग यह देश छोड़ कर जा रहे हैं. इनका कहना है की देश अब सुरक्षित नहीं रहा.
गांबिया के एक अखबार के मुताबिक, बैरो मुस्लिम धर्म को मानते हैं और दो पत्नियों से इनके पांच बच्चे हैं.
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एए/वीके (एएफपी)