अपने बच्चों से प्यार है तो अभी रोकें
सोडा पीने में बच्चों का मजा तो आता है. पर आपको सख्ती बरतनी ही होगी. ये लजीज, मीठे और तरोताजा कर देने वाले ड्रिंक्स बच्चों को क्या नुकसान पहुंचा सकते हैं, माता-पिता के लिए उन्हें जानना फायदेमंद होगा.
लत लग जाती है
सोडा ड्रिंक्स की फितरत अफीम या गांजे जैसी ही होती है. इसकी लत लग जाती है. इसका असर मस्तिष्क पर वैसा ही होता है, जैसा नशीली दवाओं का.
कोई पोषक तत्व नहीं
सोडा ड्रिंक्स में एक भी ऐसी चीज नहीं होती जो सेहत को जरा सा भी फायदा पहुंचाती हो. हां, नुकसानदायक चीजों की भरमार है. जैसे इसे पीने से भूख मरती है.
मस्तिष्क को सीधा नुकसान
किशोरावस्था तक मस्तिष्क का विकास जारी रहता है. लेकिन सोडा पीने से ब्रेन में ऐसे केमिकल्स बनते हैं जो उसकी वृद्धि को रोकते हैं.
हड्डियों को नुकसान
सोडा पीने से हड्डियां भुरती हैं. उनका कैल्शियम खत्म होता है. सोडा पीने वाले बच्चे चूंकि दूध कम पीते हैं इसलिए कैल्शियम सप्लाई भी नहीं हो पाती.
मानसिक नुकसान
सोडा ड्रिंक्स बच्चों के व्यवहार को नुकसान पहुंचाते हैं. कैफीन, चीनी या कृत्रिम रंग ब्लड शुगर को बढ़ावा देते हैं. ऐसे बच्चे ज्यादा आक्रामक होते हैं.
दांतों को नुकसान
सोडा ड्रिंक्स बच्चों के दांतों के लिए बेहद खतरनाक होते हैं. उनमें साइट्रिक एसिड और फॉसफोरस होता है जो दांतों पर चढ़े इनेमल को खुरच देता है.
डायबिटीज
एक प्रयोग हुआ. चूहों को वे स्वीटनर दिए गए जो डाइट सोडा में होते हैं. चूहों में टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण पाए गए. 12 आउंस सोडा रोज पीने से डायबिटीज होने का खतरा 22 फीसदी बढ़ता है.
मोटापा
3 से 5 साल के बच्चों पर एक स्टडी की गई तो पता चला कि सोडा ड्रिंक्स पीने से मोटापे का खतरा कई गुना बढ़ जाता है. डाइट सोडा भी उतना ही खतरनाक है.
हृदय रोग
एक बोतल सोडा रोज पीने से हृदय रोगों का खतरा 61 फीसदी बढ़ जाता है. बचपन में ही सोडे की शुरुआत हो जाए तो बुढ़ापे से पहले ही कई बीमारियां घेर लेंगी.
पाचन को नुकसान
सोडा पीने से बहुत पेशाब आता है. इससे डिहाइड्रेशन होती है. खासकर तब जब आप पानी के बदले ही सोडा पीने लगें. बच्चों को पानी पिलाएं, दूध पिलाएं. सोडे से बचाएं.