बहुत से देशों में कैश का चलन ही खत्म होता जा रहा है. भारत जैसे बहुत से देशों में तो कैश भुगतान को और भी कम करने के लिए योजनाएं चलाई जा चुकी हैं. लेकिन इसके परिणाम क्या होंगे? क्या डिजिटल होती अर्थव्यवस्था किसी वैश्विक संकट का मुकाबला कर पाएगी? फिर डिजिटल पेमेंट के साथ डेटा सुरक्षा और प्राइवेसी जैसी चिंताएं भी तो जुड़ी हुई हैं.