समुद्री तूफान ताउते में फंसी नाव, नेवी का बचाव अभियान
१८ मई २०२१चक्रवात ताउते का कहर मंगलवार सुबह मुंबई के पास सागर में दिखा जब दो नाव तेज हवाओं और ऊंची लहरों के बीच फंस गई. इन दोनों नाव में करीब 410 लोग सवार थे. भारतीय नौसेना ने ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन लिमिटेड (ओएनजीसी) के 273 कर्मियों में से कम से कम 177 लोगों को बॉम्बे हाई फील्ड्स के पास बहती नौका पी-305 से बचाने में कामयाबी हासिल की. सोमवार को आईएनएस कोच्चि और ओएसवी एनर्जी स्टार द्वारा संयुक्त रूप से अरब सागर में बेहद चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में रात करीब 11 बजे पहले खेमे में 60 कर्मियों को बचाया गया.
एक अधिकारी के मुताबिक रात में चक्रवात ताउते के ऊपर से गुजरने के दौरान आईएनएस कोलकाता, ग्रेट शिप अहल्या, ओएसवी ओशन एनर्जी ने मंगलवार की सुबह तक 146 लोगों को बचाया. भारतीय नौसेना ने आईएनएस शिकरा से बॉम्बे हाई फील्ड्स में बड़े पैमाने पर बचाव प्रयासों के लिए एक हेलीकॉप्टर मिशन भी शुरू किया, जो अरब सागर में 100 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है.
जैसे ही प्रचंड चक्रवात दक्षिण गुजरात तट की ओर घूम रहा था, भारी बारिश और हवा की गति 200 किमी प्रति घंटा से अधिक थी, 273 लोगों के साथ नौका पी-305 ने सोमवार को हीरा ऑयल फील्ड्स से बचाव के लिए संदेश भेजा. एक अन्य एसओएस में, मुंबई से लगभग 15 किलोमीटर दूर 137 लोगों के साथ एक बहती नौका गैल कंस्ट्रक्टर ने भी संदेश भेजा था.
भारतीय तटरक्षक बल ने एक जहाज, आईसीजीएस सम्राट, एक आपातकालीन पोत 'वाटर लिली' और दो सहायक जहाजों को भेजा, ताकि लोगों को निकालने में मदद मिल सके क्योंकि मौसम बेहद खराब था. भारतीय तटरक्षक बल के पोत आईसीजीएस को तेज हवाओं, लगातार बारिश, कम दृश्यता और समुद्र में ऊंची लहरों के बावजूद मंगलवार सुबह बचाव अभियान में शामिल होने के लिए भारतीय नौसेना के विमानों और हेलीकॉप्टरों के साथ लगाया गया.
राज्यों में तबाही
ताउते से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य गुजरात और महाराष्ट्र रहे, जहां हजारों घर तबाह हो गए. इस चक्रवात से अब तक कुल 20 लोगों की मौत हुई है. भारतीय मौसम विभाग ने तूफान के तट से टकरा जाने के बाद तीव्रता में और कमी आने की संभावना जताई है. अधिकारियों के मुताबिक गुजरात में मंगलवार सुबह तीन लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई, जबकि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में छह लोगों की मौत हो गई. इससे पहले, कर्नाटक का एक तटीय गांव इसकी चपेट में आया था, जबकि करीब 120 गांव बुरी तरह प्रभावित हुए थे.
सोमवार शाम केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने ट्वीट किया कि तूफान में राज्य में अब तक आठ लोगों की मौत हुई है, जबकि 1,500 तटीय गांव तबाह हो गए हैं. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के अनुसार तूफान के कारण प्रभावित इलाकों में बिजली के खंभे उखड़ गए हैं, जिससे कई इलाकों में बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है. खराब मौसम के कारण मुंबई में कई ट्रेनों का आगमन और प्रस्थान भी प्रभावित हुआ.
अधिकारियों के मुताबिक तेज हवाओं के कारण अब तक करीब 17,000 घर तबाह हो चुके हैं, जबकि 40,000 से ज्यादा पेड़ उखड़ चुके हैं. तूफान की चपेट में आने से एक दिन पहले, लगभग दो लाख लोगों को तटीय क्षेत्रों से निकाला गया था, अनाधिकारिक सूत्रों के मुताबिक मरने वालों की असली संख्या बहुत अधिक हो सकती है क्योंकि तूफान का प्रभाव कई तटीय क्षेत्रों में बना हुआ है और नुकसान की सही सीमा का अनुमान लगाना अभी भी मुश्किल है.
एए/सीके (रॉयटर्स, एएफपी)