क्यूबा में कोहराम की कहानी
क्यूबा में हर रोज सरकार विरोधी प्रदर्शनों में हजारों लोग सड़कों पर उतर रहे हैं. भोजन की कमी और बढ़ती कीमतों के विरोध में हाल के दिनों में प्रदर्शन और भड़के हैं. देखिए क्यूबा में किस तरह मचा कोहराम.
आखिर किस बात का विरोध?
11 जुलाई से क्यूबा में विरोध प्रदर्शन शुरू हुए, जो कि अगले दिन भी जारी रहे. प्रदर्शनकारियों ने भोजन की कमी, रहने की बढ़ती लागत और सरकार के खिलाफ अन्य शिकायतों पर गुस्सा जाहिर किया. पिछले कई दशकों में पहली बार लोग सरकार विरोधी प्रदर्शन कर रहे हैं.
ऐसे फैला विरोध प्रदर्शन
11 जुलाई को क्यूबा की राजधानी हवाना में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर सरकार का विरोध करने उतरे थे. 13 जुलाई को विरोध पूरे देश में फैल गया. आम लोग अलग-अलग इलाकों में सरकार विरोधी नारे लगाने लगे.
प्रदर्शन में पहली मौत
क्यूबा के गृह मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि 36 वर्षीय ड्यूबिस लॉरेन्सियो तेजेडा 13 जुलाई को अरोयो नारंजो इलाके में विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए. पुलिस के साथ हुई झड़प में उनकी मौत हो गई.
पुलिस से भिड़े प्रदर्शनकारी
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पुलिस शांतिपूर्ण भीड़ पर बेरहमी से अत्याचार कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया है कि पुलिस से भिड़ंत में कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए.
हिरासत और गिरफ्तारियां
पुलिस ने अभी यह नहीं बताया है कि कितने लोगों को गिरफ्तार किया गया है. प्रदर्शनकारियों के मुताबिक अकेले 13 जुलाई को ही सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
सरकार के पक्ष में भी
सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बीच सरकार के समर्थक भी सड़कों पर उतर आए हैं. कहीं-कहीं उनकी प्रदर्शनकारियों से झड़प भी हुई है. कम्युनिस्ट पार्टी के प्रमुख और देश के राष्ट्रपति मिगेल डियाज-कैनल ने विरोध प्रदर्शनों के लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया.
क्या कह रही सरकार
क्यूबा के राष्ट्रपति और कम्युनिस्ट पार्टी के नेता मिगेल डियाज-कैनल का कहना है कि अमेरिका "सामाजिक अशांति को भड़काने के लिए आर्थिक घुटन की नीति" का अनुसरण कर रहा है.
सोशल मीडिया पर शिकंजा
वैश्विक इंटरनेट निगरानी कंपनी नेटब्लॉक्स के मुताबिक अधिकारियों ने फेसबुक और व्हॉट्सऐप समेत सोशल मीडिया और मैसेजिंग प्लेटफॉर्म के इस्तेमाल को प्रतिबंधित कर दिया है.
अमेरिका की प्रतिक्रिया
वॉशिंगटन ने क्यूबा से इंटरनेट प्रतिबंधों को समाप्त करने और "ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से संचार के सभी साधनों को खोलकर लोगों की आवाज के प्रति सम्मान" दिखाने का आग्रह किया है. क्यूबा पर लगभग 60 सालों से अमेरिकी प्रतिबंध लगे हैं.