जो पहले रोएगा, जीत जाएगा
जापान के सुमो पहलवानों के बीच बच्चों को रुलाने का मुकाबला हुआ. जीतने की शर्त थी कि जो बच्चा पहले रोएगा, जीत जाएगा. देखिए ये क्यूट तस्वीरें.
बच्चों को रुलाने वाले सुमो पहलवान
जापान के टोक्यो में बच्चों को रुलाने का मुकाबला हुआ. मुकाबला सिर्फ बच्चों के बीच नहीं बल्कि सुमो पहलवानों के बीच भी था.
पहलवान और सौ बच्चे
शहर के सेंसोजी मंदिर में हुए इस मुकाबले में लगभग सौ बच्चों ने हिस्सा लिया. भारी-भरकम सुमो पहलवानों के हाथों में इन हंसते-रोते नन्हे बच्चों को देखने के लिए खूब भीड़ भी जमा हुई.
खूब हिलाया-डुलाया
ये पहलवान निहोन यूनिवर्सिटी के छात्र हैं. उन्होंने बच्चों को हिलाया, डुलाया और खूब डराया. पर कुछ बच्चे मजे से मुस्कुराते रहे.
हार भी प्यारी थी
29 साल की मायू यामामोतो ने बताया कि उनका बच्चा मुकाबला शुरू होने से पहले तक रो रहा था लेकिन जैसे ही सुमो ने उसे उठाया, साहब मुस्कुराने लगे और फिर मुस्कुराते ही रहे. मायू जीती तो नहीं लेकिन प्यारी याद लेकर घर गईं.
हिलाया-डुलाया-डराया
जो बच्चे हिलाने-डुलाने से नहीं रोए, उन्हें डराने के लिए मुखौटों का भी इस्तेमाल हुआ. लेकिन कुछ बच्चे ऐसे मस्त थे कि तब भी नहीं रोए.
क्राइंग सुमो
‘क्राइंग सुमो’ एक पारंपरिक जापानी उत्सव है जो 1991 में शुरू हुआ था. इस उत्सव का मकसद बच्चों की सेहत के लिए प्रार्थना करना है.