कहां हैं सबसे ज्यादा कैदी और भारत की रैंकिंग
अपराध और न्याय नीति अनुसंधान संस्थान (आईसीपीआर) की रिपोर्ट ‘वर्ल्ड प्रिजन ब्रीफ‘ के अनुसार, दुनिया के सबसे ज्यादा कैदी अल सल्वाडोर की जेलों में हैं. जहां कैदियों और आबादी के बीच अनुपात अधिक है, वे छोटे देश हैं.
अल सल्वाडोर (प्रति 100,000 निवासियों पर 1,086)
कैदियों की जनसंख्या दर में अल सल्वाडोर दुनिया में सबसे ऊपर है. यह आंकड़ा देश में गिरोहों की हिंसा और संगठित अपराध के मुद्दों की गंभीरता को दिखाता है, जिसके कारण कठोर कानूनी उपायों और बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियों की स्थिति पैदा हुई है. अपराध प्रबंधन में आ रही चुनौतियों और जेलों में अत्यधिक भीड़भाड़ की समस्याएं बनी हुई हैं.
क्यूबा (प्रति 100,000 निवासियों पर 794)
दूसरी सबसे अधिक जेल जनसंख्या दर क्यूबा में है. यह क्यूबा के सख्त कानूनों और सरकार के विरोध को नियंत्रित करने के लिए अपनाए जाने वाले कठोर उपायों का परिणाम हो सकता है. यह दर देश में राजनीतिक और सामाजिक तनावों का प्रतीक भी हो सकती है, जहां कानूनों का इस्तेमाल अक्सर विपक्ष को दबाने के लिए किया जाता है.
रवांडा (प्रति 100,000 निवासियों पर 637)
रवांडा की ऊंची जेल जनसंख्या दर आंशिक रूप से 1994 के नरसंहार की विरासत है, जिसमें अपराधियों को सजा देने के प्रयास जारी हैं. देश में कठोर कानूनों के कारण भी गिरफ्तारी की संख्या अधिक है.
तुर्कमेनिस्तान (प्रति 100,000 निवासियों पर 576)
तुर्कमेनिस्तान की ऊंची कैदी दर का संबंध इसके तानाशाही शासन से है, जो राजनीतिक दमन के लिए जेलों का प्रयोग करता है. असहमति के प्रति सरकार की असहिष्णुता और जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए कानून का प्रयोग इस ऊंचे आंकड़े में भूमिका निभाता है.
अमेरिकन समोआ (प्रति 100,000 निवासियों पर 538)
अमेरिकी क्षेत्र होने के नाते, अमेरिकन समोआ की जेल जनसंख्या दर मुख्य भूमि जैसी ही समस्याओं का प्रतीक है. इसमें इसकी छोटी जनसंख्या के मुकाबले उच्च अपराध दर शामिल है. क्षेत्र की कानून और न्याय व्यवस्था भी अमेरिकी नीतियों से प्रभावित है और ऊंची जेल जनसंख्या दर में भूमिका निभाती है.
अमेरिका (प्रति 100,000 निवासियों पर 531)
अमेरिका बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में एकमात्र अपवाद है, जहां जेल में बंद लोगों की संख्या इतनी ज्यादा है. यह कठोर अपराध नीतियां, अनिवार्य सजा का कानून और नशीले पदार्थों के खिलाफ अभियान जैसे कई कारणों का परिणाम है. विकसित राष्ट्र होने के बावजूद अमेरिका में कैदियों की अधिक दर अन्य बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में काफी अधिक है.
पनामा (प्रति 100,000 निवासियों पर 522)
इस सूची में पनामा की उपस्थिति ड्रग तस्करी और संगठित अपराध से निपटने के उसके संघर्ष को दिखाती है, जिससे बड़ी संख्या में गिरफ्तारियां होती हैं. देश की रणनीतिक स्थिति ड्रग तस्करों के लिए फायदे का काम करती है, जिससे उच्च अपराध और कैदी जनसंख्या दरों जैसी समस्याएं बढ़ती हैं.
टोंगा (प्रति 100,000 निवासियों पर 516)
टोंगा एक छोटा द्वीप राष्ट्र है. यहां कैदियों की संख्या काफी अधिक है. यह संभवतः न्याय और पुनर्वास के वैकल्पिक रूपों के लिए सीमित संसाधनों के कारण है. देश की कानूनी प्रणाली अपराध से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर सजा देने पर निर्भर हो सकती है, जिससे जेलों में भीड़भाड़ की समस्या पैदा होती है.
भारत (प्रति 100,000 निवासियों पर 41)
भारत की जेलों में हर एक लाख लोगों पर लगभग 41 कैदी हैं. बड़ी आबादी की तुलना में यह संख्या काफी कम है. हालांकि, भारत की विशाल जनसंख्या को देखते हुए, कुल कैदियों की संख्या काफी बड़ी है और कुल संख्या के मामले में भारत सबसे अधिक कैदियों वाले देशों में शामिल है. न्यायिक प्रक्रियाओं में देरी और बड़ी संख्या में विचाराधीन कैदियों के कारण भारत में जेलों में भीड़भाड़ की समस्या बनी हुई है.