किन देशों में रहते हैं सबसे ज्यादा भारतीय
भारत की जनसंख्या 2011 में 121 करोड़ थी. दुनिया के दूसरे देशों में भी बड़ी संख्या में भारतीय रहते हैं.आपको बताते हैं उन टॉप 10 देशों के बारे में जहां सबसे ज्यादा भारतीय रहते हैं.
अमेरिका
भारत के बाहर सबसे ज्यादा भारतीय अमेरिका में रहते हैं. अमेरिका में कुल 44,60,000 भारतीय और भारतीय मूल के लोग रहते हैं. इनमें 12,80,000 भारतीय और 31,80,000 भारतीय मूल के हैं. भारतीय मूल मतलब जो भारत के रहने वाले हैं लेकिन भारत की नागरिकता छोड़ चुके हैं.
संयुक्त अरब अमीरात
अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर संयुक्त अरब अमीरात, यूएई का नंबर है. यहां 31,04,586 भारतीय और भारतीय मूल के लोग रहते हैं. इनमें 31,00,000 भारतीय और 4,586 भारतीय मूल के हैं.
मलेशिया
मलेशिया में कुल 29,87,950 भारतीय और भारतीय मूल के लोग रहते हैं. इनमें 2,27,950 भारतीय और 27,60,000 भारतीय मूल के लोग हैं.
सऊदी अरब
इस्लामिक देश सऊदी अरब में 28,14,568 भारतीय और 2,160 भारतीय मूल के लोग रहते हैं. कुल मिलाकर यह संख्या 28,12,408 होती है.
म्यांमार
भारत के पड़ोसी देश म्यांमार में भी बड़ी संख्या में भारतीय रहते हैं. इनमें 8,991 भारतीय और 20,00,000 भारतीय मूल के लोग रहते हैं. म्यांमार में कुल मिलाकर 20,08,991 भारतीय रहते हैं.
यूनाइटेड किंगडम, यूके
यूनाइटेड किंगडम में 18,25,000 भारतीय और भारतीय मूल के लोग रहते हैं. इनमें 3,25,000 भारतीय और 15,00,000 भारतीय मूल के लोग रहते हैं.
श्रीलंका
भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में 14,000 भारतीय और 16,00,000 भारतीय मूल के लोग रहते हैं. कुल मिलाकर यह संख्या 16,14,000 होती है.
दक्षिण अफ्रीका
दक्षिण अफ्रीका से भारत का पुराना संबंध है. भारत का सैकड़ों साल पहले से दक्षिण अफ्रीका के साथ व्यापारिक संबंध है. दक्षिण अफ्रीका में 15,60,000 भारतीय और भारतीय मूल के लोग रहते हैं. इनमें 15,00,000 भारतीय मूल के और 60,000 भारतीय रहते हैं.
कनाडा
कनाडा में 10,16,185 भारतीय और भारतीय मूल के लोग रहते हैं. इनमें 1,84,320 भारतीय और 8,31,865 भारतीय मूल के हैं.
कुवैत
कुवैत में 9,29,903 भारतीय और भारतीय मूल के लोग रहते हैं. इनमें 9,28,421 भारतीय और 1,482 भारतीय मूल के लोग रहते हैं.
जर्मनी
जर्मनी में 1,46,093 भारतीय और भारतीय मूल के लोग रहते हैं. इनमें 1,08,965 भारतीय और 37,128 भारतीय मूल के हैं.
पाकिस्तान
पाकिस्तान में भारत के राजनयिक अधिकारियों के अलावा कोई भी भारतीय या भारतीय मूल का नागरिक नहीं रहता है. पाकिस्तान की जेलों में भी कई भारतीय बंद हैं. (ये आंकड़े भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा दिसंबर 2018 में जारी किए गए थे.)