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समाज

पूजा पंडालों में उमड़ती भीड़ बढ़ा रही है चिंता

प्रभाकर मणि तिवारी
१३ अक्टूबर २०२१

कोलकाता की दुर्गा पूजा पंडालों में हजारों की भीड़ उमड़ रही है. लोग बेखौफ हैं लेकिन अधिकारियों को डर है कि यह सुपर स्प्रेडर न बन जाए.

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तस्वीर: Prabhakar

"आखिर हम कब तक कोरोना के डर से घरों में दुबके रहें? हमने वैक्सीन के दोनों डोज ले लिए हैं. इसलिए अब कोई खतरा नहीं हैं. मां दुर्गा कोरोना का नाश कर देंगी. साल के इस सबसे बड़े त्योहार में हम बिना घूमे कैसे रह सकते हैं,” यह कहना है कोलकाता के दमदम इलाके के शुभ्रजित पाल का, जो अपने पूरे परिवार समेत बीते तीन दिनों से तमाम पंडालों में घूम रहे हैं. लेकिन बच्चों को तो वैक्सीन नहीं लगी है. क्या उनको संक्रमण का खतरा नहीं है? इस सवाल पर उनका कहना है कि मां (दुर्गा) सबकी रक्षा करेगी.

कोलकाता के पश्चिमी इलाके बेहला के रहने वाले असीम कुमार सरकार तो दलील देते हैं, "कोरोना अब खत्म हो गया है. हमने वैक्सीन ले ली है. अब कोई डर नहीं है. यह मौका साल में एक बार ही आता है. हम इसे कैसे छोड़ सकते हैं?”

पश्चिम बंगाल के सबसे बड़े त्योहार दुर्गा पूजा के दौरान राजधानी कोलकाता समेत राज्य के तमाम इलाकों के पूजा पंडालों में हर दिन भीड़ का नया रिकॉर्ड बन रहा है. यहां तीन हजार से कुछ ज्यादा पंडाल हैं. इससे सरकार और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता कई गुना बढ़ गई है.

तस्वीरों मेंः अद्भुत पूजा

बीते कुछ दिनों से धीरे-धीरे ही सही कोलकाता और आसपास के इलाकों में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. विशेषज्ञों ने अंदेशा जताया है कि हरिद्वार के कुंभ की तरह इस बार दुर्गा पूजा भी सुपर स्प्रेडर साबित हो सकती है. लेकिन बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के उमड़ने वाली भीड़ को संक्रमण की कोई चिंता ही नहीं है.

कोरोना की पाबंदियां

राज्य सरकार और कलकत्ता हाईकोर्ट ने हालांकि बीते साल की तरह इस साल भी आयोजकों को कोरोना से संबंधित पाबंदियों का पालन करने का निर्देश दिया है. लेकिन एकाध पंडाल के अलावा तमाम जगहों पर सरेआम कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ रही हैं.

नियम यह है कि वैक्सीन की दोनों डोज लेने वाले को ही पंडाल के भीतर प्रवेश की अनुमति है. लेकिन इतनी भीड़ में कौन किसका सर्टिफिकेट देखता है. इन पंडालों में पहुंचने वाली भीड़ में सोशल डिस्टेंसिंग का तो कोई सवाल ही नहीं है. सेल्फी खींचने में जुटे लोग मास्क की भी परवाह नहीं कर रहे. बस मीडिया का कैमरा देखते ही कुछ देर के लिए मास्क चेहरे पर लगा लेते हैं.

दुर्गा पूजा षष्ठी से शुरू होती है. लेकिन मौसम विभाग ने पूजा के दौरान भारी बारिश की चेतावनी दी थी. नतीजतन नवरात्रि के पहले दिन से ही पंडालों में भीड़ उमड़ने लगी. खासकर किसान आंदोलन और दुबई की मशहूर इमारत बुर्ज खलीफा की थीम पर बने पंडाल में तो इतनी भारी भीड़ उमड़ रही है कि कई बार तो भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो जाती है.

देखें, यहां पूजे जाते हैं अजगर

इस भीड़ को देखते हुए पश्चिम बंगाल सरकार ने लोगों को भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचने की सलाह देते हुए कहा है कि कोविड महामारी अभी खत्म नहीं हुई है. स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से कोरोना वायरस संक्रमण को ध्यान में रखते हुए एहतियाती कदम उठाने और घर में ही त्योहार मनाने का आग्रह किया है.

विशेषज्ञों में चिंता

सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि कोलकाता में फिर से कोविड का ग्राफ बढ़ने लगा है और लोगों को सावधान रहना चाहिए. एक वरिष्ठ जन-स्वास्थ्य विशेषज्ञ, जो राज्य सरकार की कोविड विशेषज्ञ समिति के सदस्य भी हैं, कहते हैं, "कोविड मामलों में धीमी लेकिन स्थिर वृद्धि हो रही है. लेकिन लोगों का डर खत्म हो गया है. इससे संक्रमण की एक नई लहर पैदा कर सकता है जो विनाशकारी होगी.” उनका कहना था कि पुलिस या प्रशासन सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकते. लोगों को खुद ही सतर्क रहना होगा.

वेस्ट बंगाल डॉक्टर्स फोरम और हेल्थ सर्विसेज एसोसिएशन ने लोगों से कोरोना प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करने की अपील की है.

स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. रचना मजूमदार कहती हैं, "बीते साल की दुर्गा पूजा के दौरान लोग डरे हुए थे और बेहद अनुशासित रवैया अपना रहे थे. लेकिन इस साल उनके संयम का बांध टूट गया है. सरकार ने 10 से 20 अक्बर तक रात के कर्फ्यू में ढील दे दी है. नतीजतन पूरी रात सड़कों और पंडालों में लोगों का ज्वार उमड़ रहा है.”

लगाम का असर नहीं

संक्रमण रोग विशेषज्ञ डॉ. अरिंदम विश्वास कहते हैं, "सरकार और हाईकोर्ट की सलाह और पाबंदियों के बावजूद आम लोगों पर इसका कोई असर नहीं नजर आ रहा है. ज्यादातर लोग न तो मास्क पहन रहे हैं और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं.”

वायरोलॉजिस्ट सिद्धार्थ जोआरदार सवाल करते हैं, "पूजा के दौरान पाबंदियों में दी गई ढील कहीं बड़े खतरे को न्योता तो नहीं देगी? वैक्सीन के बावजूद संक्रमण का खतरा तो है ही.” एक अन्य विशेषज्ञ अमिताभ सरकार कहते हैं, "दुर्गा पूजा अगर सुपर स्प्रेडर साबित हुई तो संक्रमितों की तादाद तो तेजी से बढ़ेगी ही, नया वेरिएंट भी पैदा हो सकता है. बंगाल में अब तक 1.81 करोड़ लोगों को ही वैक्सीन की दोनों डोज लगी है.”

तस्वीरेंः प्रकृति की पूजा

राज्य सरकार के मंत्री फिरहाद हकीम कहते हैं, "तमाम पूजा पंडालों में लोगों से मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की जा रही है.” पुलिस प्रशासन पर इस मामले में ढिलाई बरतने के भी आरोप लग रहे हैं. आंकड़े भी इसकी गवाही देते हैं.

पहले कोविड के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में रोजाना औसतन एक हजार से ज्यादा लोगों के खिलाफ जुर्माना लगाया जा रहा था वहीं अब यह तादाद घट कर पांच सौ से भी नीचे आ गई है. लेकिन मंत्री कहते हैं, "आम लोगों को खुद जागरूकता का परिचय देना होगा. कोरोना के खतरे से तमाम लोग वाकिफ हैं.”