उत्तरी इंग्लैंड की ऐतिहासिक धरोहर पर जलवायु परिवर्तन का साया
उत्तरी इंग्लैंड में हेड्रियन की दीवार को रोमन साम्राज्य के दौरान उत्तर से आने वाले आक्रामकों को दूर रखने के लिए बनाया गया था. 1900 सालों बाद इस ऐतिहासिक धरोहर पर ग्लोबल वॉर्मिंग की वजह से खतरा मंडरा रहा है.
इंद्रधनुष के नीचे
118 किलोमीटर लंबी हेड्रियन की दीवार उत्तरी इंग्लैंड में पूर्व से लेकर पश्चिम तक फैली है. ये रोमन साम्राज्य में बनवाए गए सबसे बड़े ढांचों में से थी और आज भी पर्यटकों में बहुत लोकप्रिय है. इन खुशकिस्मत सैलानियों को एक साथ दो इंद्रधनुष देखने का मौका मिला.
आक्रामकों से सुरक्षा
दीवार का नाम रोमन सम्राट हेड्रियन के नाम पर रखा गया. इसका निर्माण ईसा-पश्चात 122 में शुरू किया गया और छह सालों में पूरा किया गया. इसका उद्देश्य था कैलेडोनिया के आक्रामकों से रोमन साम्राज्य को बचाना.
सूख रही है जमीन
दीवार के आस पास के अधिकांश इलाके में दलदल है जहां से धीरे धीरे कपड़ों, औजारों, हथियारों के असली टुकड़े और दूसरी चीजें बरामद हुई हैं. लेकिन अब ग्लोबल वॉर्मिंग की वजह से यह इलाका सूख रहा है और इन पुरावशेषों के लिए खतरा उत्पन्न हो रहा है.
कीमती खजाना
कांस्य के इस बर्तन की तरह कई चीजों में इसी दलदली मिटटी की वजह से हैरान कर देने वाली बारीकियां अभी भी मौजूद हैं. लेकिन, जैसा कि पुरातत्वविद एंड्रू बर्ली बताते हैं, "जब ऑक्सीजन अंदर पहुंचती है तो चमड़े, कपड़े, लकड़ियों आदि से बनी नाजुक चीजें चटख जाती हैं, गल जाती हैं और हमेशा के लिए खो जाती हैं."
अनसुलझी पहेलियां
यहां ऐसे कई ढांचे हैं जिन्हें इतिहासकार अभी तक ठीक से समझ ही नहीं पाए हैं और जलवायु परिवर्तन ने इन्हें नुकसान पहुंचाना भी शुरू कर दिया है. एंड्रू बर्ली ने बताया कि पुरातत्व विज्ञान की दृष्टि से अभी तक दीवार के "एक प्रतिशत से भी कम हिस्से की छान-बीन हो पाई है और इसका काफी इलाका इस दलदली जमीन के माहौल में संरक्षित है, लेकिन अब इस यह खतरा में है."
घर से बहुत दूर
रोमन साम्राज्य के समय राजधानी से बहुत दूर यहां हजारों सिपाही रहते थे. उनमें से कई तो अपने परिवारों के साथ रहते थे. वही लोग यहां अपने रोजमर्रा के जीवन की निशानियां छोड़ गए और आज उन्हीं चीजों की मदद से पुरातत्वविद साम्राज्य के उत्तरी जीवन को समझ पा रहे हैं.
बीते समय की पहचान
एंड्रू बर्ली कहते हैं कि ये चीजें "अद्भुत हैं क्योंकि इन्होंने रोमन साम्राज्य और रोमन सेना के बारे में हमारी समझ को पूरी तरह से बदल दिया है. इन्होंने दिखाया है कि रोमन सेना में पुरुषों का आधिपत्य नहीं था बल्कि यहां कई महिलाएं और बच्चे भी थे.
संरक्षण की जरूरत
भविष्य में क्या इस तरह इस दीवार के साथ साथ चलना संभव हो पाएगा? एंड्रू बर्ली मानते हैं कि दीवार के निर्माण की शुरुआत की वर्षगांठ यह सोचने का एक अच्छा अवसर है कि इस जगह को कैसे संरक्षित रखा जाए ताकि यह अमूल्य धरोहर 1900 सालों बाद भी मौजूद रहे. (नेले जेंश)