जलवायु परिवर्तनः ये हैं सबसे अच्छे देश
जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वॉर्मिंग पूरी धरती का संकट है. लेकिन कुछ देश हैं जो इस संकट से लड़ने में बाकियों से बहुत आगे हैं. ताजा क्लाइमेट चेंज परफॉर्मेंस इंडेक्स के मुताबिक सबसे अच्छा प्रदर्शन किसने किया, जानिए...
अच्छा तो कोई नहीं
जर्मनवॉच संस्था ने यूरोपीय संघ के अलावा 60 देशों का अध्ययन किया है. ये देश कुल मिलाकर 92 प्रतिशत उत्सर्जन के लिए जिम्मादर हैं. पहले तीन स्थान खाली छोड़े गए हैं, यह कहते हुए कि किसी भी देश का परफॉरमेंस इतना अच्छा नहीं कि उन्हें टॉप तीन में रखा जाए.
पहले तीन स्थान
स्कैंडेनेविया के तीन देश डेनमार्क, स्वीडन और नॉर्वे को क्रमशः 4, 5 और 6 रैंक मिला है.
भारत टॉप 10 में
इस सूची में भारत को 10वें नंबर पर रखा गया है. पिछले साल भी उसकी रैंकिंग यही थी. भारत से ऊपर यूके, मोरक्को और चिली हैं.
यूरोप का प्रदर्शन अच्छा
जिन देशों का प्रदर्शन अच्छा माना गया है उनमें ज्यादातर देश यूरोप के हैं. लिथुआनिया, माल्टा, जर्मनी, फिनलैंड, स्विट्जरलैंड, पुर्तगाल, फ्रांस और लग्जमबर्ग ग्रीन जोन में हैं.
सबसे खराब प्रदर्शन
सूची में आखिरी स्थान पर कजाखस्तान है, जिसका 64वां रैंक है. पिछले साल के मुकाबले उसके रैंक में 9 स्थानों की गिरावट आई है.
रेड जोन के देश
कजाखस्तान के बाद सऊदी अरब, ईरान, कनाडा, ताइपेई, कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, मलयेशिया, रूस, अमेरिका, अल्जीरिया, हंगरी, पोलैंड, चेक गणराज्य और स्लोवेनिया क्रमशः सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले देश हैं.