चीन ने कराची तक रेल सेवा शुरू की
२ दिसम्बर २०१६पाकिस्तानी न्यूज चैनल एआरवाई की वेबसाइट पर लगी खबर के अनुसार 500 टन माल के साथ यह ट्रेन कनुमिंग से रवाना हुई. इस नए रूट के जरिए परिवहन पर आने वाली लागत आधी हो जाएगी. ये रेल सेवा पश्चिमी चीन को जोड़ने वाली मैरीटाइम सिल्क रोड़ इनिशिएटिव परियोजना का हिस्सा है. चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर परियोजना भी इसी का विस्तार है जिसके तहत चीन के कशगर को पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह से जोड़ा जाना है.
एक चीनी कंपनी एनटी न्यू टेक्नोलजीज लिमिटेड के ली शिआओयू ने कहा कि कुनमिंग-कराची रूट के जरिए चीनी सामान को आसानी से एक बड़े बाजार में पहुंचाया जा सकेगा. उनके अनुसार ये ट्रेन सेवा युन्नान को जानने के लिए नए रास्ते खोलेगी. न्यू सिल्क रूट युन्नान लिमिटेड कंपनी के वु चियानली ने कहा, "सामान पहले गुआंगजू में आएगा और फिर उसे पाकिस्तान भेजा जाएगा."
देखिए दुनिया से सबसे लंबे पुल
46 अरब डॉलर की लागत वाली चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर परियोजना से पाकिस्तान में बड़े विदेशी निवेश और बुनियादी ढांचे के व्यापक निर्माण की उम्मीद है. इसके तहत तीन हजार किलोमीटर लंबा सड़क, रेल और पाइपलाइनों का नेटवर्क तैयार किया जाएगा. इन पाइपलाइनों के जरिए तेल और गैस को ग्वादर से चीन के कशगर तक पहुंचाया जाना है.
2013 में अपने पाकिस्तान दौरे में चीनी प्रधानमंत्री ली कछियांग ने इस परियोजना का प्रस्ताव रखा था. कॉरिडोर परियोजना उस नए मैरिटाइम सिल्क रूट में एक पुल का काम करेगी जिसके जरिए एशिया, अफ्रीका और यूरोप के तीन अरब लोगों को जोड़ने की कोशिश हो रही है. चीन पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर समझौते पर हस्ताक्षर मई 2016 में हुए जब चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग पाकिस्तान के दौरे पर थे.
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