तमिलनाडु के कुन्नूर में जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश
८ दिसम्बर २०२१भारतीय समाचार चैनलों पर दिखाई गईं तस्वीरों से हादसे का अंदाजा लगाया जा सकता है. क्रैश वाली जगह पर बड़े पेड़ गिरे पड़े थे और वहां हेलिकॉप्टर का मलबा पड़ा हुआ था. हेलिकॉप्टर के मलबे में आग लगी हुई थी और आसपास के लोग आग को बुझाने की जैसे-तैसे कोशिश कर रहे थे. हादसे के कुछ ही देर बाद स्थानीय प्रशासन और लोगों ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया. मीडिया रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि हादसे की वजह से हेलिकॉप्टर में सवार कई लोग बुरी तरह से झुलस गए.
हेलिकॉप्टर Mi-17V5 में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) रावत के साथ उनकी पत्नी मधुलिका रावत सवार थीं. इस हेलिकॉप्टर में रावत के निजी स्टाफ के अलावा ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिहं, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार आदि सवार थे. भारतीय वायुसेना ने एक ट्वीट में कहा कि घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
हेलिकॉप्टर हादसे की जानकारी सबसे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दी. संसद के सत्र की वजह से बताया जा रहा है कि रक्षा मंत्री सबसे पहले सदन को हादसे की जानकारी देंगे. भारतीय मीडिया ने बताया कि राजनाथ सिंह ने रावत के घर पर जाकर उनकी बेटी से मुलाकात भी की.
जनरल बिपिन रावत 31 दिसंबर 2016 से 31 दिसंबर 2019 तक भारतीय सेना प्रमुख रहे. 1 जनवरी 2020 को उन्होंने देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का जिम्मा संभाला. सीडीएस रावत भारतीय सेना में सबसे वरिष्ठ अधिकारी हैं. वह रक्षा मंत्रालय के सलाहकार के रूप में भी काम कर रहे थे.
हेलिकॉप्टर के बारे में जानकारी
भारत में वीआईपी उड़ान के लिए डबल इंजन वाले हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल होता है. हेलिकॉप्टर Mi-17V5 भी डबल इंजन वाला हेलिकॉप्टर था. यह रूस द्वारा निर्मित मल्टीपर्पस हेलिकॉप्टर है. Mi-17V5 हेलिकॉप्टर MI-8 हेलिकॉप्टर का उन्नत वर्जन है. Mi-17V5 को दुनिया का सबसे एडवांस ट्रांसपोर्ट हेलिकॉप्टरों में से एक माना जाता है. इसका इस्तेमाल सैन्य कार्य के अलावा राहत और बचाव कार्य के लिए भी किया जाता है. सेना के लिए जब इस हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल होता है तो इस पर चालक दल के तीन सदस्यों के अलावा 36 सैनिक सवार हो सकते हैं. वीवीआईपी के लिए इस्तेमाल होने वाले इसके मॉडिफाईड वर्जन में करीब 20 लोग सवार हो सकते हैं.