जर्मनी का केमनित्स बना यूरोप की सांस्कृति राजधानी
उत्तरी जर्मनी के केमनित्स ने "यूरोपियन कैपिटल ऑफ कल्चर 2025" का खिताब जीत लिया है. जानिए क्या खास है इस शहर में जो इसे यह खिताब मिला है.
कार्ल मार्क्स का शहर
दूसरे विश्व युद्ध के बाद केमनित्स को खूब नुकसान पहुंचा. जंग खत्म होने के बाद जर्मनी दो हिस्सों में बंट गया. पूर्वी जर्मनी कॉम्युनिस्ट ब्लॉक का हिस्सा था. ऐसे में जब वहां मरम्मत हुई तो कार्ल मार्क्स की यह मूर्ती भी लगाई गई. 1953 में तो इसका नाम बदल कर "कार्ल मार्क्स श्टाट" कर दिया गया. फिर 1990 में एकीकरण के बाद इसे अपना पुराना नाम एक बार फिर मिला.
एक साथ दो टाउन हॉल
यूरोपीय शहरों के केंद्र में टाउन हॉल बनाने के परंपरा रही है. केमनित्स में पहले से ही एक टाउनहॉल था जिसे आप तस्वीर में सफेद रंग की इमारत के रूप में देख सकते हैं. 20वीं सदी की शुरुआत में यह शहर व्यापार के लिहाज से अहम हो गया. इसलिए 1911 में पुरानी इमारत के बगल में एक नया टाउनहॉल खड़ा कर दिया गया.
थियाटरप्लात्स स्क्वायर
आर्किटेक्चर के लिहाज से यह है शहर का सबसे खूबसूरत हिस्सा. यहां एक ओपेरा हाउस है, सेंट पीटर्स चर्च है और किंग आल्बेर्ट म्यूजियम है जिसमें 60,000 कलाकृतियां मौजूद हैं. कास्पर डाविड फ्रीडरिष समेत जर्मनी के कई महशूर पेंटरों की पेंटिंग यहां रखी गई हैं.
सबसे पुरानी इमारत
रोटर टुर्म यानी लाल मीनार - यह केमनित्स की सबसे पुरानी इमारत है जिसे 12वीं सदी में बनाया गया था. कभी यहां शहर की जेल हुआ करती थी. आज यहां एक म्यूजियम है जो केमनित्स से जुड़ी मशहूर शख्सियतों के बारे में लोगों को जानकारी देता है.
खूबसूरत इमारतें
यूरोप के शहरों को देख कर पिछली सदियों में कला और वास्तुकला में हुए बदलावों को समझा जा सकता है. केमनित्स के इस कासबेर्ग इलाके को दूसरे विश्व युद्ध में बहुत नुकसान नहीं हुआ था. यह यूरोप का एकमात्र ऐसा इलाका है जहां आर्ट नूवो और विल्हेल्मीय स्टाइल के घर देखे जा सकें.
पुराना विला
इस बंगले को बेल्जियम के मशहूर आर्किटेक्ट हेनरी वान डे वेल्डे ने जर्मनी के जानेमाने कारोबारी हेरबेर्ट ऐशे के लिए डिजाइन किया था. आज वह खुद तो यहां नहीं रहते लेकिन इसे ऐशे विला के नाम से जाना जाता है और लोग शादी या अन्य किसी पार्टी के लिए इसे किराए पर ले सकते हैं.
अजीब किस्सा
शादी करने के लिए लोग यहां भी आते हैं - क्लाफेनबाख किले में. यहां की लोककथाओं में माना जाता है कि यहां मेड फॉन टाउबे नाम की एक लड़की रहती थी जिसे उसी के पिता ने किले के अंदर चुनवा दिया था क्योंकि उसने शादी करने से इंकार कर दिया था.
बाइकिंग के लिए
केमनित्स से लोग कई साइक्लिंग या बाइकिंग टूर शुरू करते हैं. यह इलाका है एर्त्सेबिर्गे पहाड़ों का. माउंटेन बाइकिंग के शौकीन गर्मियों में यहां के जंगलों का खूब लुत्फ उठाते हैं. सर्दियों में यहां बर्फ की चादर बिछ जाती है और लोग स्की करने आते हैं.