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चैटजीपीटी से चीन की कंपनियां हो रही हैं मालामाल

७ फ़रवरी २०२३

चैटजीपीटी को लेकर दुनिया में खूब उत्सुकता है. लोग इस तकनीक के बेहतर इस्तेमाल के तरीके खोज रहे हैं. चैटजीपीटी चीन में उपलब्ध नहीं है, लेकिन वहां भी बाजार पर इसका असर दिख रहा है.

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चैटजीपीटी को लॉन्च हुए बस दो ही महीने हुए हैं. यह लेख और निबंध लिख सकता है. चुटकुले बना सकता है. यहां तक कि कविताएं भी लिख सकता है.
चैटजीपीटी को लॉन्च हुए बस दो ही महीने हुए हैं. यह लेख और निबंध लिख सकता है. चुटकुले बना सकता है. यहां तक कि कविताएं भी लिख सकता है. तस्वीर: Andre M. Chang/ZUMAPRESS/picture alliance

चैटजीपीटी को लेकर पैदा हुई उत्सुकता में चीनी कंपनियां और निवेशक बहुत दिलचस्पी ले रहे हैं. शेयर बाजार में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस से जुड़ी चीनी कंपनियों के स्टॉक्स में काफी तेजी आई है.

चैटजीपीटी को लॉन्च हुए बस दो ही महीने हुए हैं. यह लेख और निबंध लिख सकता है. चुटकुले बना सकता है. यहां तक कि कविताएं भी लिख सकता है. इसे लोग इतना हाथोहाथ ले रहे हैं कि दो महीने के भीतर ही यह अब तक का सबसे ज्यादा तेजी से बढ़ने वाला कंज्यूमर ऐप बन गया है. चैटजीपीटी की कामयाबी ने और भी कंपनियों को प्रोत्साहित किया है. गूगल की मालिक कंपनी अल्फाबेट भी अपनी चैटबोट सर्विस लाने की योजना बना रही है. साथ ही, गूगल अपने सर्च इंजन में एआई का और इस्तेमाल करने की सोच रहा है.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से स्ट्रोक के इलाज में मिल रही है मदद

शेयर बाजार का रुख

चैटजीपीटी चीन में उपलब्ध नहीं है. ऐसे में यहां निवेशक चीनी एआई टेक्नॉलजी कंपनियों के शेयरों में निवेश कर रहे हैं. इन कंपनियों में हवांग टेक्नॉलजी, टीआरएस इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलजी और क्लाउडवॉक टेक्नॉलजी शामिल हैं. सीएसआई एआई इंडस्ट्री स्टॉक में इस साल अब तक 17 फीसदी की वृद्धि देखी गई है. हालांकि अभी इसका कोई संकेत नहीं कि ये चीनी कंपनियां चैटजीपीटी से मिलता-जुलता अपना प्रॉडक्ट लाने के करीब हैं.

हालांकि सर्च इंजन बाइदू आईएनसी ने बताया है कि वह मार्च 2023 तक अपने "अर्नी बोट" की टेस्टिंग पूरी करने की योजना बना रहा है. कंपनी के इस ऐलान के बाद 7 फरवरी को इसके शेयर में 13 फीसदी से ज्यादा का इजाफा हुआ. बीजिंग गेलेई एसेट मैनेजमेंट के जनरल मैनेजर जांग केजिंग बताते हैं, "इंडस्ट्री पहले उम्मीदों और रुझानों पर अनुमान लगाती है, फिर असली नतीजे सामने आने पर ट्रेडिंग करती है."

चैटजीपीटी बदल रहा है पढ़ाई-लिखाई के तरीके, लेकिन कैसे?

हवांग टेक्नॉलजी के बनाए उत्पाद इंटेलिजेंट इंटरैक्शन को संभव बनाते हैं. नए साल की छुट्टियों के बाद बाजार के दोबारा खुलने के बाद सात दिनों में कंपनी 10 फीसदी की अपनी दैनिक सीमा को पार कर चुकी है. फरवरी में अब तक कीमतों में 60 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि दर्ज की गई है. हवांग के लिए बीता साल बहुत अच्छा नहीं रहा था. वह 2022 के लिए सालाना घाटा रिपोर्ट करने वाली है. लेकिन अब उसे चैटजीपीटी जैसे इंटरफेस की तुलना में बढ़त मिलने की उम्मीद है. कंपनी का दावा है कि उसका मॉडल ग्राहकों को बेहतर और ज्यादा सटीक नतीजे दे सकता है.

छोटे निवेशकों को भी उम्मीद

छुट्टियों के बाद बाजार के फिर खुलने पर कारोबार के सात दिनों में क्लाउडवॉक के शेयर भी दोगुने से ज्यादा बढ़ गए हैं. 7 फरवरी को कंपनी ने अपने निवेशकों को आगाह किया कि 2022 में उसका घाटा बढ़ा है. उसने ओपनएआई के साथ काम नहीं किया. ऐसे में उसे चैटजीपीटी से जुड़ी सेवाओं और उत्पादों से कोई पैसा नहीं मिला है.

लू देओंग रीटेल निवेशक हैं. उन्होंने टीआरएस और आईफ्लाइटेक के शेयर खरीदे हैं. उन्हें उम्मीद है कि चैटजीपीटी के प्रचार से वह मुनाफा कमा सकेंगे. वह बताते हैं, "चैटजीपीटी गर्मागर्म आइडिया है." हालांकि लू का यह भी मानना है कि इस तरह की तकनीक में हाल-फिलहाल चीन कामयाब नहीं हो सकेगा. वह बताते हैं, "हम खुदरा निवेशक जल्द मुनाफा कमाने के लिए छोटे स्टॉक्स को तरजीह देते हैं."

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एमएम/आरएस (रॉयटर्स)