पृथ्वी का 'ग्रेटेस्ट आउटडोर' मेला
अपने आपको धरती पर 'ग्रेटेस्ट आउटडोर शो' कहने वाला मेला कैलगरी स्टैम्पीड कोरोना के कारण बंद रहने के बाद इस साल लौट आया है. देखिए, कनाडा के इस सवा सौ साल पुराने उत्सव की झलकियां...
कनाडा की धरती पर
कैलगरी स्टैम्पीड कनाडा के अलबर्टा प्रांत के कैलगरी में होने वाला एक रोडियो शो है. यह वहां की संस्कृति का उत्सव है, जिसमें रोडियो तो हिस्सा लेते ही हैं, साथ ही एक विशाल प्रदर्शनी भी होती है.
दस लाख से ज्यादा पर्यटक
कैलगरी स्टैम्पीड मेले को देखने के लिए हर साल दस लाख से ज्यादा लोग आते हैं. 2020 में कोरोना वायरस के कारण यह मेला नहीं हो पाया था, जो कि लगभग नौ दशक के इतिहास में पहली बार हुआ. लेकिन इस बार जुलाई में मेला शुरू हो गया है.
1886 में शुरुआत
कैलगरी मेले की शुरुआत 1886 में मानी जाती है, जब कैलगरी एंड डिस्ट्रिक्ट एग्रीकल्चरल सोसायटी ने पहला मेला आयोजित किया था. लेकिन तब इसका स्वरूप और नाम ऐसा नहीं था.
1912 में पहला रोडियो
1912 में अमेरिकी उद्योगपति गाई वीडिक ने पहला रोडियो और मेला आयोजित कराया. उसे स्टैम्पीड नाम दिया गया. 1919 में वह कैलगरी लौटे और दूसरे विश्व युद्ध के सैनिकों के सम्मान में विक्ट्री स्टैम्पीड आयोजित की.
1923 से सालाना मेला
कैलगरी स्टैम्पीड को सालाना मेला होने का सम्मान 1923 से मिला, जब इसे एक अन्य प्रदर्शनी के साथ मिलाकर कैलगरी एग्जीबिशन एंड स्टैम्पीड नाम से आयोजित किया जाने लगा.
विशालकाय मेला
यह मेला अब दुनिया के सबसे बड़े रोडियो शो में शुमार है. इसमें आयोजित होने वाली चकवैगन रेस और रोडियो शो का कनाडा में सीधा प्रसारण होता है.
कैलगरी की पहचान
इस मेले ने कैलगरी शहर को ऐसी पहचान दी है कि बहुत बार शहर को स्टैम्पीड सिटी या काऊटाउन भी कह दिया जाता है. इस दौरान शहर का पूरा माहौल ही मेले जैसा होता है. जगह जगह पैनकेक ब्रेकफास्ट और बार्बेक्यू आयोजित होते हैं.
आलोचना
मेले में जानवरों के साथ बर्ताव को लेकर मेले की आलोचना भी होती रही है. पशु अधिकार कार्यकर्ता घोड़ों की दौड़ और रोडियो शो को अमानवीय बताते हैं. हालांकि हिस्सा लेने वालों का कहना है कि वे अपने जानवरों का बहुत ख्याल रखते हैं.
आदिवासियों की भागीदारी
मेले में सैकड़ों आदिवासी हिस्सा लेते हैं. इंडियन विलेज नाम से एक विशेष आयोजन होता है और आदिवासी संस्कृति को प्रदर्शित किया जाता है, जो पर्यटकों के बीच सबसे लोकप्रिय चीजों में से एक है.
कैलगरी क्वीन
मेले में हर साल एक रानी और दो राजकुमारियां चुनी जाती हैं. अल्बर्टा की 19 से 24 साल की महिलाओं के बीच से ये चुनाव एक प्रतियोगिता के जरिए होता है. इस प्रतियोगिता में घुड़सवारी एक अहम कौशल होता है.