मंत्रिमंडल फेरबदलः 10 बड़ी बातें
'मिनिमम गवर्नमेंट मैक्सिमम गवर्नेंस' के नारे के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर उसे हाल के सालों की सबसे बड़ी कैबिनेट बना दिया है. जानिए, इस फेरबदल की दस बड़ी बातें
36 नए चेहरे
नया मंत्रिमंडल हाल के सालों का सबसे बड़ा मंत्रिमंडल है. इसमें 36 नए चेहरों को जगह दी गई है जबकि एक दर्जन मंत्रियों की छुट्टी कर दी गई है. सात मंत्रियों को प्रमोशन भी मिला है.
30 कैबिनेट मंत्री
पिछले मंत्रिमंडल में 52 मंत्री थे जिसे बढ़ाकर अब 78 कर दिया गया है. संविधान अधिकतम 81 मंत्रियों की इजाजत देता है. नए मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्रियों की संख्या 21 से बढ़ाकर 30 कर दी गई है जबकि राज्य मंत्री 23 से बढ़कर 45 हो गए हैं. स्वतंत्र प्रभार के राज्य मंत्रियों की संख्या 9 घटकर 2 रह गई है.
सिंधिया को पापा वाली कुर्सी
कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया को नागरिक विमानन मंत्री बनाया गया है जो कभी उनके पिता माधवराव सिंधिया के पास थी. अश्विनी वैष्णव रेल मंत्री होंगे जबकि किरेन रिजेजू को कानून मंत्रालय मिला है.
नया मंत्रालय अमित शाह को
बीजेपी सरकार ने सहयोग मंत्रालय के नाम से नया विभाग बनाया है जिसे अमित शाह को सौंपा गया है. अमित शाह गृह मंत्री भी बने रहेंगे. पियूष गोयल से रेल मंत्रालय का प्रभार ले लिया गया है लेकिन वह वाणिज्य मंत्री बने रहेंगे. मीनाक्षी लेखी एक नया चेहरा हैं जिन्हें विदेश और संस्कृति विभागों में राज्य मंत्री बनाया गया है.
गडकरी गए राणे आए
उद्योग मंत्रालय को नितिन गडकरी से लेकर महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री रह चुके नारायण राणे को दे दिया गया है. राजस्थान के भूपेंद्र यादव को पर्यावरण और श्रम मंत्रालय दिए गए हैं. पर्यावरण मंत्रालय प्रकाश जावड़ेकर के पास था, जिनकी छुट्टी हो गई है.
बड़े बड़ों की छुट्टी
जिन 12 मंत्रियों को पद से हटाया गया है, उनमें स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन भी शामिल हैं. कहा जा रहा है कि कोरोनावायरस महामारी को ढंग से न संभाल पाने की सजा के तौर पर उनकी छुट्टी हुई है. सरकार की नीतियों का सार्वजनिक तौर पर बचाव करने वाले रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर भी पद से हाथ धो बैठे हैं.
चुनाव पर नजर
मंत्रिमंडल विस्तार में आने वाले विधानसभा चुनावों का ध्यान रखा जाना दिखाई देता है. नए मंत्रियों में 20 प्रतिशत उत्तर प्रदेश से हैं, जहां अगले साल चुनाव होंगे. तीन गुजरात और एक मणिपुर से हैं. पंजाब के हरदीप सिंह पुरी को प्रोन्नति देकर शहरी विकास मंत्रालय का कैबिनेट मंत्री बनाया गया. उन्हें पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय का प्रभार भी मिला है.
स्मृति ईरानी बच गईं
नरेंद्र मोदी ने कई बड़े मंत्रियों की छुट्टी की है लेकिन स्मृति ईरानी अपना पद और विभाग बचाने में कामयाब रही हैं. नए बने मंत्रियों में सात महिलाएं हैं. हालांकि कैबिनेट मंत्री सारे पुरुष ही हैं. नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में सिर्फ दो महिला कैबिनेट मंत्री हैं. वित्त मंत्रालय का जिम्मा निर्मला सीतारमण के पास है.
पहला फेरबदल
2019 में दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने पहली बार अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल किया है. रक्षा, विदेश, वित्त और गृह मंत्रालय में कोई बदलाव नहीं हुआ है जबकि युवाओं को कई अहम जिम्मेदारियां दी गई हैं. जैसे अनुराग ठाकुर को सूचना प्रसारण और खेल मंत्री बनाया गया है. शिक्षा मंत्रालय धर्मेंद्र प्रधान को दिया गया है जबकि मनसुख मांडविया को स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया है.
प्रमोशन
जिन मंत्रियों की प्रमोशन हुई है, उनमें बिजली मंत्री आरके सिंह, कानून मंत्री किरेन रिजीजू, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, पशुपालन और मछली मंत्री परशोत्तम रूपाला और पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी शामिल हैं.