दुनिया के सबसे बड़े फाइनेंशियल सेंटर
ब्रिटेन के शोध संस्थान लॉन्ग फाइनैंस के मुताबिक दुनिया के वित्तीय केंद्र अब पश्चिमी देशों की सीमाओं से बाहर फैल रहे हैं. 2024 के ग्लोबल फाइनेंशियल सेंटर्स इंडेक्स में एशियाई केंद्रों ने अहम बढ़त हासिल की है.
न्यूयॉर्क सबसे ऊपर
न्यूयॉर्क अभी भी सबसे प्रतिस्पर्धी वित्तीय केंद्र बना हुआ है. 2014 में इसका स्कोर 763 था लेकिन 2024 में बढ़कर 778 हो गया है.
कमजोर हुआ लंदन
लंदन की स्थिति थोड़ी कमजोर हुई है. इसका स्कोर 2014 में 777 था लेकिन 2024 में घटकर 750 हो गया है. इसमें ब्रेक्जिट का भी असर शामिल हो सकता है.
हांगकांग भी कमजोर
हांगकांग ने भी गिरावट का सामना किया है. 2014 में इसका स्कोर 756 था लेकिन 2024 में घटकर 749 हो गया है. यह आज भी दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा वित्तीय केंद्र है.
सिंगापुर स्थिर
सिंगापुर की स्थिति स्थिर बनी हुई है. 2014 में इसका स्कोर 746 था लेकिन 2024 में थोड़ा बढ़कर 747 हो गया है, जिससे इसे विश्व के सबसे स्थिर वित्तीय केंद्रों में से एक कहा गया है.
सैन फ्रांसिस्को
अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को ने इंडेक्स में अहम बढ़त हासिल की है. 2014 में इसका स्कोर 719 था जो 2024 में बढ़कर 742 हो गया है. सिलिकन वैली ने इसमें अहम योगदान दिया है.
सबसे तेज लॉस एंजेलिस
अमेरिका का लॉस एंजिल्स पिछले 10 साल में सबसे ज्यादा वृद्धि करने वाला वित्तीय केंद्र है. 2015 में इसका स्कोर 650 था जो 2024 में बढ़कर 739 हो गया है. शिकागो भी टॉप 10 में शामिल है.
चीन के शहर
शंघाई और शेनजेन टॉप 10 में पहुंच गए हैं और लगातार और ज्यादा प्रतिस्पर्धी होते जा रहे हैं. शंघाई का स्कोर 690 से बढ़कर 738 हो गया है और शेनजेन का स्कोर 680 से बढ़कर 732 हो गया है. 2007 में इनकी रैंकिंग 24 और 36 थी. चिंगदाओ ने भी बड़ी बढ़त हासिल की है.
एशियाई शहरों की बढ़त
इंडेक्स में एशिया के शहर लगातार बढ़त बना रहे हैं. दक्षिण कोरिया की राजधानी सोल 11वें नंबर पर है. भारत का मुंबई 4 स्थान बढ़कर 54वें नंबर पर पहुंच गया है जबकि नई दिल्ली सात रैंक बढ़कर 68वें नंबर पर है.