महामारी ने छीनी आय
गैलप सर्वे के मुताबिक दुनियाभर में कोरोना वायरस महामारी के कारण दो में से एक व्यक्ति की आय में गिरावट दर्ज की गई. खासकर कम आय वाले देशों में लोगों पर सबसे अधिक आर्थिक मार पड़ी है.
नौकरी गई, काम के घंटे कम हुए
गैलप सर्वे के मुताबिक कोरोना वायरस के कारण दुनिया भर में हर दो में से एक व्यक्ति की कमाई में गिरावट आई. कम आय वाले देशों में लोगों को खास तौर से नौकरी गंवानी पड़ी या उनके काम के घंटों में कटौती हुई.
तीन लाख लोग, 117 देश
इस सर्वे में 117 देशों के तीन लाख लोगों को शामिल किया गया. सर्वे में पाया गया कि जिनके पास नौकरी थी उन्होंने कोरोना वायरस के कारण कम कमाया. सर्वे के मुताबिक वैश्विक स्तर पर 1.6 अरब वयस्कों पर इसका असर हुआ.
कहीं कम कहीं ज्यादा असर
गैलप के शोधकर्ताओं के मुताबिक अलग-अलग देशों में आमदनी में कमी का प्रतिशत अलग रहा. थाईलैंड में जहां 76 प्रतिशत उच्च रहा तो वहीं स्विट्जरलैंड में 10 प्रतिशत रहा.
अन्य देशों का हाल
बोलिविया, म्यांमार, केन्या, युगांडा, इंडोनेशिया, होंडुरास और इक्वाडोर के जिन लोगों पर सर्वे किया गया उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक लोगों ने कहा कि वे वैश्विक स्वास्थ्य संकट के पहले जितना कमाते थे अब उतना नहीं कमा रहे हैं.
महिलाओं की आय पर भी असर
गैर सरकारी संगठन ऑक्सफैम ने अप्रैल 2021 में अपने एक शोध में कहा था कि महामारी से महिलाओं की आय पर बहुत असर पड़ा है. उसके मुताबिक दुनियाभर में महिलाओं की आय में 800 अरब डॉलर का नुकसान महामारी के कारण हुआ.
अस्थायी रूप से काम बंद
गैलप के मुताबिक सर्वे में शामिल किए गए आधे से अधिक लोगों ने कहा कि उन्होंने अस्थायी रूप से अपना काम या बिजनेस करना बंद कर दिया है, जिसका मतलब है कि विश्वभर में 1.7 अरब लोगों ने अपना काम अस्थायी रूप से बंद किया.
तीन में से एक की गई नौकरी
सर्वे में यह भी पता चला कि कोरोना महामारी के कारण हर तीन व्यक्तियों में से एक की नौकरी चली गई या उनका बिजनेस ठप हो गया. जिसका मतलब है कि दुनिया भर में एक अरब से अधिक लोगों ने ऐसे हालात का सामना किया.