शहद के 7 फायदे
रोज एक चम्मच शहद आपको कई बीमारियों से दूर रख सकता है. यही वजह है कि इंसान और कई दूसरे जानवर हजारों से साल से इसका इस्तेमाल करते आ रहे हैं. हर देश में शहद का दवा के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. जानिए शहद के बेजोड़ फायदे.
शहद का विज्ञान
एक चम्मच शहद में करीब 64 कैलोरी होती है. इसमें बिल्कुल भी फैट, कोलेस्ट्रॉल और सोडियम नहीं होता. शहद करीब 80 फीसदी कार्बोहाइड्रे़ड से बना होता है. इसमें 18 फीसदी पानी, दो फीसदी विटामिन, खनिज और एमिनो एसिड होता है. डायबिटीज के रोगियों को शहद इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
एलर्जी का इलाज
शहद एंटी इंफ्लेमेट्री इफेक्ट से लड़ता है. यही वजह है कि गले या श्वासनली के इंफेक्शन में शहद आराम देता है. लंबे समय तक रोज लिया गया थोड़ा सा शहद सूजन वाली एलर्जी का खात्मा करता है.
प्राकृतिक एनर्जी ड्रिंक
शहद सबसे आदर्श प्राकृतिक एनर्जी ड्रिंक है, एक चम्मच शहद में 17 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है. यह प्राकृतिक रूप से संयोजित शुगर यानि फ्रुक्टोज और ग्लूकोज है, जो सीधे खून में पहुंचता है और फटाक से ऊर्जा में बदलता है. लंबे और थकाऊ शारीरिक काम के दौरान एक चम्मच शहद गजब की फुर्ती लाता है.
दिमाग के लिए अच्छा
शहद के मीठे नेक्टर में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो मस्तिष्क की कोशिकाओं को नष्ट होने से बचाते हैं. शोधों में यह बात साफ हो चुकी है कि शहद शरीर की कैल्शियम सोखने की क्षमता को बेहतर करता है. मस्तिष्क की कोशिकाओं को कैल्शियम की जरूरत होती है.
कफ से राहत
सर्दी, जुकाम के खिलाफ शहद असरदार होता है. शहद की तासीर गर्म होती है. यह गले में एक परत बनाता है और कफ को जमने से रोकता है. शहद का इस्तेमाल गले और श्वासनलिका के इंफेक्शन को दूर करने के लिए भी किया जाता है.
अच्छी नींद
चीनी की तरह शहद भी इंसुलिन को बढ़ाता है और सेरोटोनिन का रिसाव होने लगता है. सेरोटोनिन एक न्यूरोट्रांसमीटर है जो मूड को बेहतर कर खुशी का अहसास कराता है. इसके बाद शरीर सेरोटोनिन को मेलैटोनिन में बदलता है, मैलैटोनिन नाम का हार्मोन नींद की अवधि और उसकी क्वालिटी तय करता है.
बाल संवारे
रुखे सिर से गिरती खुश्की का इलाज भी शहद करता है. यूरोपियन जरनल फॉर मेडिकल रिसर्च में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक गुनगुने पानी के साथ मिलाया गया 10 फीसदी शहद सिर पर लगाएं और कम कम तीन घंटे बाद सिर धोएं तो हफ्ते भर के अंदर खुजली से राहत मिलने लगती है. दो हफ्ते ऐसा करने पर बालों का झड़ना भी कम हो जाता है. 14 दिन ऐसा करने पर अगले छह महीने का आराम मिलता है.
चोट और जले हुए घावों का मरहम
शहद प्राकृतिक एंटीबायोटिक है और यह शरीर के अंदर व बाहर काम करता है. चोट पर शहद लगाने से घाव के सड़ने का खतरा दूर होता है.
लेकिन जरा सावधान
इसमें कोई शक नहीं है कि शहद में दर्जनों औषधीय गुण हैं लेकिन गर्मी के दिनों में शहद का प्रयोग करने से बचना चाहिए. शहद खाने के पहले या उसके बाद काफी देर तक मीठा खाने से बचना चाहिए. आर्युवेद के मुताबिक शहद और घी का साथ में सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए और शहद को चालीस डिग्री से अधिक गर्म भी नहीं करना चाहिए.