1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

क्या भविष्य में और महंगी होगी हवाई यात्रा?

२३ सितम्बर २०२२

अगर आप उम्मीद कर रहे हैं कि निकट भविष्य में एयरलाइन टिकट की कीमतें कम होंगी और आप एक अच्छी छुट्टी ले सकेंगे, तो एक बार फिर सोच लें, क्योंकि भविष्य में हवाई टिकटों की कीमत और बढ़ सकती हैं.

https://p.dw.com/p/4HEss
कोरोना महामारी का बड़ा असर पड़ा
कोरोना महामारी का बड़ा असर पड़ा तस्वीर: Patrick Pleul/dpa-Zentralbild/dpa/picture alliance

विमानन उद्योग से जुड़े विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि भविष्य में हवाई यात्रा और महंगी हो सकती है. कोविड महामारी, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तेल की ऊंची कीमतें और सशस्त्र संघर्षों के कारण अनिश्चितता इस स्थिति के प्रमुख कारणों में से हैं.

इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) के महानिदेशक विली वॉल्श ने कहा कि अगर चीन 2023 तक कोरोना वायरस को रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों में ढील नहीं देता है, तो एयरलाइंस के आर्थिक सुधार में और भी देरी हो सकती है.

बेहद लंबी दूरी की उड़ानों का शरीर और सेहत पर कैसा असर होता है

आईएटीए के अध्यक्ष और कतर एयरवेज के मुख्य कार्यकारी अकबर-अल बक्र ने भी यही चिंता जाहिर की है. उनके मुताबिक दुनिया भर के यात्री आने वाले महीनों में कीमतों में और बढ़ोतरी की उम्मीद कर सकते हैं क्योंकि पिछले दो सालों में ईंधन की कीमतों में वृद्धि के कारण एयरलाइन कंपनियों का घाटा और बढ़ा है.

पत्रकारों से बात करते हुए वॉल्श ने कहा कि उद्योग को कुछ उम्मीद थी लेकिन अगर जेट फ्यूल की कीमतों में बढ़ोतरी जारी रही, तो एकमात्र समाधान कंपनियों के पास टिकट की कीमतों को उसके मुताबिक बढ़ाना होगा.

इस साल भी एयरलाइंस उद्योग को नुकसान की उम्मीद
इस साल भी एयरलाइंस उद्योग को नुकसान की उम्मीदतस्वीर: Christopher Neundorf/Kirchner-Me/picture alliance

इस साल भी नुकसान झेलेगा उद्योग

आईएटीए प्रमुख अकबर-अल बक्र ने कहा कि कीमतों का दबाव 2023 या उसके बाद तक जारी रहेगा. आईएटीए का कहना है कि एयरलाइंस को 2020 और 2021 में लगभग 180 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है और इस साल 9.7 अरब डॉलर के और नुकसान होने की उम्मीद है. अमेरिका की एयरलाइन 5जी नेटवर्क से परेशान क्यों

अकबर-अल बक्र की कंपनी ने इस साल 1.5 अरब डॉलर का मुनाफा कमाया है. उन्होंने हवाई यात्रा के पर्यावरणीय नुकसान के बारे में जनता को "गुमराह" करने के लिए सरकारों का लताड़ा. उन्होंने कहा कि कई यूरोपीय देशों में 500 किमी से कम की उड़ानें समाप्त करने जैसे उपायों से भी लागत बढ़ रही है. उनके मुताबिक अगर नए ईको-फ्रेंडली फ्यूल की कीमत और भी ज्यादा होती है तो इससे टिकट पर भी दबाव बढ़ेगा.

वहीं वॉल्श ने कहा कि कोविड प्रतिबंधों से हांग कांग का विमानन क्षेत्र "तबाह" हो गया है. शहर अब हवाई यात्रा का केंद्र नहीं रहा और कैथे पैसेफिक एयरलाइंस ने अपना पूर्व महत्व खो दिया है.

बक्र ने कहा कि चीन की जीरो कोरोना वायरस पॉलिसी की वजह से कई चीनी फुटबॉल फैंस कतर में इस साल के विश्व कप के मैचों को देखने नहीं जा पाएंगे.

एए/वीके (एएफपी, एपी)

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी