पांच लाख रुपये में गांव वालों ने बनाया 12 मीटर ऊंचा ग्लेशियर
किरगिस्तान की तियान-शान पहाड़ियों में गांव वालों ने एक कृत्रिम हिमखंड बना डाला. इस तरह उन्होंने सूखे को भी टाल दिया. देखिए, कैसे बनाया गया यह हिमखंड.
अपना खुद का ग्लेशियर
किरगिस्तान की तियान-शान पहाड़ियों में गांव वालों ने एक कृत्रिम हिमखंड बना डाला. इस तरह उन्होंने सूखे को भी टाल दिया.
12 मीटर ऊंचा
गर्मी में यह ग्लेशियर पांच मीटर ऊंचा और 20 मीटर लंबा रह गया है लेकिन सर्दियों में इसकी ऊंचाई 12 मीटर थी.
दो हफ्ते लगे
ग्रामीणों ने इसे दो हफ्ते में ही बना लिया था. इसके लिए उन्होंने 4,000 मीटर ऊंची तियान-शान चोटी से पानी लिया और उसे इस ग्लेशियर की जगह की तरफ मोड़ दिया.
सूखा भी टल गया
इस तरह गांव वालों ने पानी की गंभीर समस्या को सुलझा लिया और गर्मियों में उन्हें पानी की जरा भी किल्लत नहीं हुई. ग्लेशियर के पिघलने से उन्हें भरपूर पानी मिला.
सिर्फ पांच लाख रुपये
लगभग 8,400 ग्रामीणों की जिंदगी बदलने वाले इस ग्लेशियर को बनाने में कुल 5,50,000 सोम यानी लगभग पांच लाख भारतीय रुपये का खर्च आया.
आसान सा तरीका
ग्लेशियर बनाने का तरीका भी बहुत साधारण था. पानी को पाइपों के जरिए तीन किलोमीटर दूर से पहाड़ी के तल में लाया गया. वहां सर्दी में कम तापमान के कारण पाइप से निकलते ही पानी जम गया.
भारत से हुई शुरुआत
कृत्रिम ग्लेशियर सबसे पहले 2014 में भारत में बनाए गए थे. हिमालय में मिली कामयाबी को अब पूरी दुनिया में दोहराया जा रहा है. चिली और स्विट्जरलैंड में भी ऐसे ग्लेशियर बनाए जा रहे हैं.